Monday, June 23, 2014

आसमाँ किस सहारे होता है ?


एक ग़ज़ल यूँ ही बैठे -ठाले 




कौन कहता है छुप के होता है 
क़त्ल अब दिन दहाड़े होता है 

गर पता है तुम्हें तो बतलाओ 
इश्क कब क्यों किसी से होता है 

ढूंढते हो सदा वहाँ उसको 
जो हमेशा यहाँ पे होता है 

धड़कनें घुँघरुओं सी बजती हैं 
दिल जब उसके हवाले होता है 

आरज़ू क्यों करें सहारे की 
आसमाँ किस सहारे होता है ? 

चीख कर क्यों सदायें देते हो 
जब असर बिन पुकारे होता है 

उम्र ढलने लगी समझ 'नीरज ' 
दर्द अब बिन बहाने होता है

21 comments:

  1. खूबसूरत ग़ज़ल...हर शेर सटीक...

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  2. बढ़िया ग़ज़ल
    आरज़ू क्यों करें सहारे की
    आसमाँ किस सहारे होता है ?
    फिर भी पूछते हो ..
    इश्क कब क्यों किसी से होता है ....ये सहारा नहीं तो और क्या है ...?

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  3. Bahut mubaarak....

    "ढूंढते हो सदा वहाँ उसको
    जो हमेशा यहाँ पे होता है"

    Waaaaaaah bahut khoob..... Kya kahney ......Raqeeb Lucknowi

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  4. आरजू क्यों करें सहारे की
    आसमां किस सहारे होता है?

    बहुत खूब क्या शेर कही.... साधुवाद

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  5. दिल खुश हुआ हुजूर।
    इस उम्र में जानकर क्‍या करेंगे कि ''इश्क कब क्यों किसी से होता है ''

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  6. खूब लिखा है सर जी 'यूँ ही बैठे- ठाले'

    "धड़कने घुंघरुओं सी बजतीं,
    जब दिल किसी के हवाले होता है "

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  7. Har Sher Umdaa Hai . Mubaaraq .

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  8. उम्र ढलने लगी समझ 'नीरज '
    दर्द अब बिन बहाने होता है

    ACHCHI GAZAL

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  9. सही कहूँ तो आपने अरसे बाद बातें कीं. लेकिन अच्छी कीं.
    जवाब नहीं -
    आरज़ू क्यों करें सहारे की
    आसमाँ किस सहारे होता है ?

    मुबारकां

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  10. बहुत सुंदर गज़ल।

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  11. वाह मजा आ गया ।

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  12. धड़कनें घुंघरूओं सी बजती हैं,,
    आरजू क्यूँ करे सहारे की
    ,वाह हर शेर लाजवाब।

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  13. Received on mail:-

    उम्र ढलने लगी समझ 'नीरज '
    दर्द अब बिन बहाने होता है
    very true.Beautiful gazal.

    Parmeshwari Chaudhry

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  14. Received on Mail:-

    BHAI NEERAJ JI
    NAMSATY
    THANKS FOR SENDING SUCH A NICE PIECE OF GAZAL,
    ESPECEIALLY THESE LINE:-

    चीख कर क्यों सदायें देते हो
    जब असर बिन पुकारे होता है

    उम्र ढलने लगी समझ 'नीरज '
    दर्द अब बिन बहाने होता है

    WHEN COMING TO DELHI NEXT TIME? MOST WELCOME--
    -REGDS
    -OM SAPRA
    9818180932

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  15. Received on Mail:-

    गर पता है तुम्हें तो बतलाओ
    इश्क कब क्यों किसी से होता है
    ________वाह________
    अच्छा है !


    Aalam Khursheed

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  16. Received on mail:-

    चीख कर क्यों सदायें देते हो
    जब असर बिन पुकारे होता है

    ​Sir,
    Good morning!
    Bahut kuchh seekha diya h en shabdo ne aur panktiyo ne.
    Hats off​

    Ramesh Sachdeva

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  17. आरज़ू क्यों करें सहारे की
    आसमाँ किस सहारे होता है ?
    खूबसूरत अशआर नीरजजी

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  18. बेहद खूबसूरत ग़ज़ल

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  19. Received on e-mail :-

    Is gazal ke ye sher dil ko chhu gaye..
    गर पता है तुम्हें तो बतलाओ
    इश्क कब क्यों किसी से होता है

    आरज़ू क्यों करें सहारे की
    आसमाँ किस सहारे होता है?

    Vishal Mishra

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  20. गागर में सागर..बेहतरीन

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तुझको रक्खे राम तुझको अल्लाह रक्खे
दे दाता के नाम तुझको अल्लाह रक्खे