इस उधेड़बुन में की आज क्या पोस्ट किया जाए मुझे गुरुदेव पंकज सुबीर जी की बात याद आ गयी...अभी कुछ दिनों पहले ही उन्होंने कहा था की नीरज जी आप मुम्बईया भाषा में ग़ज़ल लिखने जैसे और प्रयोग क्यूँ नहीं करते...बहुत पहले जब मैंने मुंबई की चालू ज़बान में ग़ज़ल कही तो उन्होंने मेरे इस प्रयोग की बहुत प्रशंशा की थी...मेरे दिमाग की प्रयोगशाला में अभी इस पर काम हो रहा है...इसका फल क्या निकलेगा ये तो मैं नहीं जानता अलबत्ता मेरी एक बहुत अच्छी परिचित मोना हैदराबादी की अंग्रेजी भाषा में लिखी ग़ज़ल पढ़वाता हूँ. आप देखें की कैसे उन्होंने अंग्रेजी के शब्दों में भी रदीफ़ और काफिये का निर्वाह किया है.
हैदराबाद निवासी, मोना जी रीजर्व बैंक आफ इंडिया की रिटायर्ड अधिकारी हैं और ग़ज़ल के स्तंभ श्री आर.पी.शर्मा 'महेश्वरी' जी की प्रिय शिष्या हैं, दक्षिण भारतीय होने के बावजूद उर्दू में बहुत अच्छी ग़ज़लें कहती हैं. अब उनका ये प्रयोग जायज है या नाजायद ये निर्णय पाठकों पर छोड़ते हुए मैं उसे ज्यूँ की त्यूँ पेश कर रहा हूँ...
love got rejected
life felt dejected
joy flowed until
pain interjected
mind rationalized
but heart objected
eyes only saw
what heart projected
present liberated
what past subjected
kiss turned savoury
when tears injected
eyes only saw, what heart projected...
ReplyDeleteये नया प्रयोग भी अच्छा लगा....और चित्र भी अनोखा है"
Regards
bahut badhiya
ReplyDeleteGazab Prastuti....Wah
ReplyDeleteबहुत खूब सर जी ,
ReplyDeleteaadarniya neeraj ji
ReplyDeleteis tarah ka prayog , pahli baar dekh raha hoon .. main kya kahun .. ye shayad urdu/hindi me hota to behatreen hota.. par english me ..kuch naya naya sa hai .. phir bhi main unke thoughts ke flow ki tareef karunga .. waise mujhe gazal to likhna nahi aata .. phir bhi aap sab gurujano ki gazal padhkar khushi prapt hoti hai . us lihaz se .. ek khushi ye bhi hai ..
aapka
vijay
GREAT !
ReplyDeleteGAZAL IN ENGLISH !!
I WOULD AD -
WE ARE SURPRISED
ON WTAT YOU PRESENTED !
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THANKS NEERAJ JI
Dr.Chandrakumar Jain
Good Experiment, but lacks the feel of gazal.
ReplyDeleteग़ज़ल और वो भी इंग्लिश में?? कमाल है.. मोना जी को हमारी ओर से बधाई दीजिएगा.. और आप को तो हम डाइरेक्ट्ली दे देते है पढ़वाने के लिए..
ReplyDeleteवाह नीरज जी इसे कहते हैं ग़ज़ल की सीमाओं का बढ़ना । चलिये इसी बात पर आपको अपनी एक हिंदी ग़ज़ल भेजूंगा एक दो दिन में उसे भी अपने इस सुपरहिट ब्लाग पर स्थान प्रदान करें ।
ReplyDeleteगज़ब सा गज़ल का ये इंगलिश प्रयोग। पसंद आया।
ReplyDeleteशायद इंगलिश की पहली ही गजल होगी यह?
ReplyDeleteचित्र बडा सुंदर है.
रामराम.
bahoot achhi gazal h or photo to etna pasand aaya ki sahab nahi bahoot khubsurat..........
ReplyDeleteक्या बात है neeraj जी...........आज पता चला gazal किसी भी bhaashaa में kaid नहीं की जा सकती, यह vidhya तो har seema से pare है. khoobsoorat ...लाजवाब, behatreen है यह इंग्लिश की gazal
ReplyDeleteand the expression of words is wonderful
eyes only saw, what heart projected...
ReplyDeletenice experiment for new generation............i dont have any words for this line.......thanks
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteगजल जैसी फील नहीं कहूँगा नीरज जी ...हाँ तुकबंदी प्रतीत होती है .
ReplyDeleteनया
ReplyDeleteऔर
सार्थक प्रयोग
बधाई
अच्छा लगा यह नया प्रयोग ..इसको पढ़वाने का शुक्रिया नीरज जी
ReplyDeleteबहुत बढ़िया अंदाज़ है।
ReplyDeleteगज़ले-इंग्लिश की प्रस्तुति पर हार्दिक आभार.
ReplyDeleteमोना जी तक मेरी बधाई पहुचाने की कृपा करें.
आपका भी आभार ग़ज़ल के एक नए आयाम को पहचान कर हम सब तक पहुंचाने का.
अब तो पहली अप्रैल पुनः आ रही है, क्या मूरखता के नए दोहे पुनः पढने को मिलेगें ????????????????? या फिर कुछ नया कुछ नए अंदाज में नए स्पेसिफिकेशन के साथ........................ चलिए तब तक इंतजार कर लेते हैं.
वैसे आपकी जानकारी के लिए श्रद्धा की पचासवी कड़ी मैंने आज ही अपने ब्लॉग www.cmgupta.blogspot.com पर पोस्ट की है. प्रतिक्रिया से अवगत कराएं.
चन्द्र मोहन गुप्त
wah behtar gazzling hi. bahut khoob .
ReplyDeletewaaah bhai neeraj JI achchha prayog le kar aye..! baate bhi sateek
ReplyDeleteगजल वो भी इंग्लिश मे ।
ReplyDeleteमुबारकबाद !
और हाँ फोटो बहुत अच्छी लगी ।
yah bhi khuub gazal hui!
ReplyDeletenaaya prayog achcha hai.unhen badhaayee pahuncha dijeeyega.
its good but next time i'll really here for mumbai style shyari. chao.
ReplyDeleteभई वाह!
ReplyDeleteबस कमबख्त अंग्रेजी से दोस्ती न हो सकी . अगर हो सके तो हिंदी अनुवाद भी पढ़वा दे .
ReplyDeleteलाजवाब प्रस्तुति ......
ReplyDeleteमेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
mind rationalized
ReplyDeletebut heart objected.......yah andaaj bhi khoob hai
मोना जी को मेरा सलाम, एंड प्लीज़ टेल हर,
ReplyDeleteआई एम् फीलिंग penetrated.
वाकई नया-नया सा लग ही रहा है .प्रस्तुत करनें के लिए बधाई
ReplyDeleteअद्भुत अंदाज़....और टिप्पणी में गुरूदेव की गज़ल भेजने वाली घोषणा ने उत्कंठित कर दिया है
ReplyDeleteजल्दी~~~~~~~~
बढ़िया अंदाज है.... फोटो कमाल की है.
ReplyDelete...और मिष्टी कैसी है ?
सबसे पहले माफ़ी चाहूँगा आप के ब्लॉग पर लेट से आने के लिय ब्लॉग पढ़ कर लगा कि मैने आज तक क्या मिस किया.
ReplyDeletebidu !
ReplyDeletekya hai ki apun paidayashee 'mumbaikar' hai.bole to ulte ka pulta karne ka apna habit vo thakre vala 'raj' se bee kam nayeen kya ! apun ye ingrajee gajal-bijal ka mumbai ishtayil me change karna mangta .AAP KACH ISHTAIL BOLE TO !
try kar rayela hai baap !
PYAR TOOTENGA TO LIFE ROOTHENGA.
DARD GHUSNE TAK MASTEE HEE FOOTENGA.
DIL JIDAR BOLENGA TO AANKH UDHAR KHOLENGA,
MENDOO THEEK HOYENGA TO DIL NAKO BOLENGA.
HO GAYELA HONGA TO AAJBee FREE HOYENGA.
AANKH AGAR ROYENGA TO GHANTA 'PaPpEE' HOYENGA ?
Boss ! abbee ANURAG BHAYEE se poocho . aaya gajal-bijal kaa feel ? nayeen bole to bolo uskoo, ye jaa maar ke aa nautank ! VO gajal gane bee lag jayenga !
ACHCHHE BHAAV HAIN LEKIN GAZAL
ReplyDeleteJAESEE KOEE BAAT NAHIN HAI.ENGLISH
KEE RHYME TAK NADAARAD HAI.
सुभान आल्लहा
ReplyDeleteअच्छे शब्द गुथें है.. बधाई..
ReplyDeletebahut hi umda "presentation"
ReplyDeletenicely subjected
Respected Monaji ko
badhaaee.........
Aur aapka shukriya..!
---MUFLIS---
GAZAL KE KSHETRA ME YA YUN KAHEN KE LEKHAN KE KSHETRA ME YE JO AAPNE AAGAJ KIYA HAI SARAAHNIYA HAI...SABSE BEHTAR TO PRASTUTI HAI JO AAPNE UMDA RAKHAA HAI...GAZAL KI PARIBHAASHAA HALAAKI MERE DIMAAG ME DUSARI HAI HO SAKTA HAI MAIN GALAT HUN MAGAR SHABDON KA HINDI VISHLESHAN ME STHAAN BAHOT HI GAHARAA HAI... IS AAGAAJ KE LIYE AAPKO DHERO BADHAAEE NEERAJ JI ... KHUBSURAT ANZAAM KI KAAMANA KARTA HUN...
ReplyDeleteAUR HAAN AAPNE NAEE GAZAL PE AAPKA PYAR AUR AASHIRVAAD CHAHUNGA..
GURU DEV NE JO KAHA HAI USKA BE-SHABRI SE INTAZAAR RAHEGA...
ARSH
May the languages differ
ReplyDeletethe feelings remain the same,
HINDI , we always prefer,
yet, Neeraj jee wins this game !!
:)
nice presentation and piecce of creativity..
ReplyDeleteनायाब एवं अद्भुत प्रयोग.
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