Monday, December 29, 2008
वो आँखें, कह देती हैं सब
›
कह ना पायें , जो उनके लब वो आँखें , कह देती हैं सब पहले तो सबका इक ही था अब सबका अपना अपना रब हालत तो देखो इन् सां की...
61 comments:
‹
›
Home
View web version