tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post8473314304521091428..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: जो निशाने साधते थे कल तलकनीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger45125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-28533259278679940662008-12-11T21:33:00.000+05:302008-12-11T21:33:00.000+05:30"aaeeye mil kar chraaghaaN phir kareiN , aandhiyaa..."aaeeye mil kar chraaghaaN phir kareiN , aandhiyaaN guzre zmaane ho gaye..."<BR/>waaH !! bahot hi kaamyaab sher kahaa hai jnaab !<BR/><BR/>"iss ghazal ki chhaaoN ne bakhsha qyaam , ab theharne ke bahaane ho gaye..."<BR/>Mubaarakbaad !!<BR/> ---MUFLIS---daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-59654351841644159852008-11-09T18:03:00.000+05:302008-11-09T18:03:00.000+05:30दोस्तों पेश है एक और ग़ज़ल जिसके हुस्न को सँवारने मे...दोस्तों पेश है एक और ग़ज़ल जिसके हुस्न को सँवारने में पंकज जी का ही योगदान है. जैसा की आप जानते हैं मुझे ग़ज़ल लिखने की बारीकी आदरणीय प्राण साहेब, पंकज जी और भाई द्विज जी अभी तक सिखा रहे हैं. सीखना एक सतत क्रिया है...जितना सीखता हूँ लगता है अरे अभी तो कुछ भी नहीं सीखा. इस ग़ज़ल को ही लें...इसके मूल रूप को बरक़रार रखते हुए पंकज जी ने मेरे शेर तो संवारे ही साथ ही कुछ अपने भी लिख कर भेज दिए. मुझे खुशी होगी अगर सुधि पाठक इसे एक जमीन पर लिखी दो अलग अलग ग़ज़लें समझ कर पढ़ें )............................भाई आपको तो सवांर दिया आपके चाहने वालों ने .....भूतनाथ जी भी संवरना चाहते हैं.....क्या आप सब.....सच अच्छा से अच्छा लिखना चाहता हूँ.....प्लीज़ मुझे बताईये ना....मैं ये नहीं कहूंगा कि आपका आभारी रहूंगा.....रहूंगा बस......सच....एक बार फ़िर प्लीज़......राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-39568243563753999002008-11-08T13:08:00.000+05:302008-11-08T13:08:00.000+05:30bhoolne ki ek bhi vazah....na hoti hi nahi....bahu...bhoolne ki ek bhi vazah....na hoti hi nahi....bahut khoobमहेंद्र मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07301840649496624127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-72440893038719918712008-11-02T19:32:00.000+05:302008-11-02T19:32:00.000+05:30ati sundar खिलखिला के हंस पड़े वो बेसबबबेसबब मौसम ...ati sundar <BR/>खिलखिला के हंस पड़े वो बेसबब<BR/>बेसबब मौसम सुहाने हो गयेबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-68185274951044353642008-11-02T13:16:00.000+05:302008-11-02T13:16:00.000+05:30Bahut achche.guptasandhya.blogspot.comBahut achche.<BR/><BR/>guptasandhya.blogspot.comsandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-9118621845644565112008-11-02T01:09:00.000+05:302008-11-02T01:09:00.000+05:30एक एक शेर वज़नदार है ..आपको हमेशा पढ़ना अच्छा लगता ...एक एक शेर वज़नदार है ..आपको हमेशा पढ़ना अच्छा लगता है..मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-21642202794420984422008-11-01T20:54:00.000+05:302008-11-01T20:54:00.000+05:30खा गई हमको भी दीमक उम्र कीआप भी तो अब पुराने हो गय...खा गई हमको भी दीमक उम्र की<BR/>आप भी तो अब पुराने हो गये<BR/>kya baat kahi hai neeraj ji dil khush ho gya. mere blog par aane or comment karane ka shukriya. umeed hai daura karte rahenge.shivraj gujarhttps://www.blogger.com/profile/11697430098933812273noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-48196969060618804412008-10-31T13:51:00.000+05:302008-10-31T13:51:00.000+05:30आपकी हर पेशकश बेशकीमती खजानेकी तरह होती है....आभार...आपकी हर पेशकश बेशकीमती खजाने<BR/>की तरह होती है....आभार आपका.<BR/>=========================<BR/>डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-9857412494107001432008-10-28T13:53:00.000+05:302008-10-28T13:53:00.000+05:30परिवार व इष्ट मित्रो सहित आपको दीपावली की बधाई एव...परिवार व इष्ट मित्रो सहित आपको दीपावली की बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं !<BR/>पिछले समय जाने अनजाने आपको कोई कष्ट पहुंचाया हो तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूँ !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-12985123524767555312008-10-28T11:54:00.000+05:302008-10-28T11:54:00.000+05:30दीपावली पर्व की आपको और आपके परिजनों को हार्दिक शु...दीपावली पर्व की आपको और आपके परिजनों को हार्दिक शुभकामना .समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-37499767503569462712008-10-27T11:49:00.000+05:302008-10-27T11:49:00.000+05:30दीप मल्लिका दीपावली - आपके परिवारजनों, मित्रों, स्...दीप मल्लिका दीपावली - आपके परिवारजनों, मित्रों, स्नेहीजनों व शुभ चिंतकों के लिये सुख, समृद्धि, शांति व धन-वैभव दायक हो॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ दीपावली एवं नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएंseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-67916491025286887552008-10-25T06:29:00.000+05:302008-10-25T06:29:00.000+05:30'दूर होठों से…।' बेहतरीन ग़ज़ल। हर शे'र जैसे एक-एक म...'दूर होठों से…।' बेहतरीन ग़ज़ल। हर शे'र जैसे एक-एक मोती जड़ा हुआ है। बहुत ख़ूब।<BR/>ग़ज़ल दूसरी भी बहुत अच्छी है। मगर पहली का तो जवाब ही नहीं। हार्दिक बधाई।Dr. Amar Jyotihttps://www.blogger.com/profile/08059014257594544439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-11609001854795919242008-10-24T15:25:00.000+05:302008-10-24T15:25:00.000+05:30Neeraj jiDono hi achee gazal hain.seedhe shabdon m...Neeraj ji<BR/>Dono hi achee gazal hain.<BR/>seedhe shabdon main kahi badi baat<BR/><BR/>Bahaiदिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-29070395320147729722008-10-24T12:27:00.000+05:302008-10-24T12:27:00.000+05:30अहा अहा ! नीरज जी ये तो बक़माल गुलदस्ता बना है जी ...अहा अहा ! नीरज जी ये तो बक़माल गुलदस्ता बना है जी ! मानते तो आपको पहले से ही थे आज हज़ार दिल से कायल हो गए. ग़ज़ल के ऊपर बने हुए चित्र ने तो ग़ज़ब ही कर दिया . सोचता हूँ वो कहानी आपके इस चित्र के साथ अपनी पोस्ट पर ही बतला दूँगा अगर आप इजाज़त देंगे तो. बार बार बधाई इस ग़ज़ल पर आपको और पंकज जी को भी हमारी ओर से प्रेषित करें.बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-11579627739706541592008-10-22T20:22:00.000+05:302008-10-22T20:22:00.000+05:30आइये मिलकर चरागां फिर करेंआंधियां गुजरे, ज़माने हो ...आइये मिलकर चरागां फिर करें<BR/>आंधियां गुजरे, ज़माने हो गये<BR/><BR/>इस शे'र ने तो दिल में मुकाम कर लिया!Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-11983793556848119942008-10-22T14:45:00.000+05:302008-10-22T14:45:00.000+05:30जो निशाने साधते थे कल तलकआज वो खुद ही निशाने हो गय...जो निशाने साधते थे कल तलक<BR/>आज वो खुद ही निशाने हो गये<BR/><BR/>लूट कर जीने का आया दौर है<BR/>दान के किस्से, पुराने हो गये<BR/><BR/>wah neeraj ji kya khoob likha hai, bahut hi umda, shukriya bahut bahut.Manuj Mehtahttps://www.blogger.com/profile/12578930117506914122noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-23937727589664296562008-10-21T22:29:00.000+05:302008-10-21T22:29:00.000+05:30दो सधे फ़नकार ... दो सूरजों की रौशनी में कौन किसको ...दो सधे फ़नकार ... दो सूरजों की रौशनी में कौन किसको देखे.हम जैसे तो टिप्पणी करने तक की बिसात नहीं रखते.बस ये कि---<BR/>पढ़ के ये गज़लें तुम्हारी यूँ हुआ<BR/>हम भी अब कुछ-कुछ सयाने हो गयेगौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-77627766957673779042008-10-21T21:53:00.000+05:302008-10-21T21:53:00.000+05:30अदभूत ग़जलें। पढ़कर आनंद आ गया । साथ बच्चों के गुज़...अदभूत ग़जलें। पढ़कर आनंद आ गया । <BR/>साथ बच्चों के गुज़ारे पल थे जो<BR/>बेशकीमत वो ख़जाने हो गये<BR/>वाह।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-6660227489351415712008-10-21T17:10:00.000+05:302008-10-21T17:10:00.000+05:30वड्डे पाप्पजी पहिले तो माफ़-साफ़ कर दीजिये बच्चा को...वड्डे पाप्पजी पहिले तो माफ़-साफ़ कर दीजिये बच्चा को.<BR/>आप जानते ही है काहे?<BR/>कमेन्ट क्या करूँ?<BR/>लगता है की गुरु गुड और चेला चीनी वाली कहावत चरितार्थ हो रही है.<BR/>बहुत ही उम्दा और मनभावन ग़जलें है दोनों.<BR/>पढ़वाने के लिए शुक्रिया.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-59498092552049266102008-10-21T13:18:00.000+05:302008-10-21T13:18:00.000+05:30हम सब के मन की बात कह दी आपने अपनी कविता में ,वो भ...हम सब के मन की बात कह दी आपने अपनी कविता में ,वो भी कितने सरल ढंग से.इसीलिये मैं बार बार आपके चिट्ठे पर आती हूं,कुछ पाने के लिये,कुछ बांटने के लिये.मेरा प्रणाम स्वीकार करें.arthttps://www.blogger.com/profile/12939686404150553798noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-62494477431839484062008-10-21T08:00:00.000+05:302008-10-21T08:00:00.000+05:30जबरदस्त हैं दोनों गज़ले बड़ी मस्त हैं दोनों गज़ले ...जबरदस्त हैं दोनों गज़ले <BR/>बड़ी मस्त हैं दोनों गज़ले <BR/><BR/>बधाई<BR/><BR/>डबल बधाईयोगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-32902330561811932382008-10-20T23:56:00.000+05:302008-10-20T23:56:00.000+05:30इतनी अच्छी शायरी करते हुए भी जो कहे कि, " सीख रहा ...इतनी अच्छी शायरी करते हुए भी जो कहे कि, " सीख रहा हूँ " <BR/>वह नीरज भाई साहब ही हो सकते हैँ - <BR/>इसी तरह लिखते रहीये...<BR/> बहुत बढिया लिखा है :)<BR/>-- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-69526686790268507732008-10-20T23:49:00.000+05:302008-10-20T23:49:00.000+05:30कौन जाने कब जिंदगी की शाम हो जाए,हम दिलों में चिरा...कौन जाने कब जिंदगी की शाम हो जाए,<BR/>हम दिलों में चिराग जलाने निकले. <BR/>है शमा सी कशिश आपकी कलम में,<BR/>हम उस पर मिटने वाले परवाने निकले. <BR/>हमें शायरी, ग़ज़ल आदि का अ ब स भी नहीं आता बस तुकबंदी कर लेते हैं.......बढ़िया ग़ज़ल....राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-43101937284235799922008-10-20T21:50:00.000+05:302008-10-20T21:50:00.000+05:30नीरज जी दोनो गजले ही लाजवाह है...अब किस किस लफ़्ज क...नीरज जी दोनो गजले ही लाजवाह है...अब किस किस लफ़्ज की तारीफ़ करे सभी एक से बढ कर एक...<BR/><BR/>लूट कर जीने का आया दौर है<BR/>दान के किस्से, पुराने हो गये<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-85326917817145531182008-10-20T20:04:00.000+05:302008-10-20T20:04:00.000+05:30हम तो उदास हो गए थे गुरु जी कई दिन से पोस्ट नही क...हम तो उदास हो गए थे गुरु जी कई दिन से पोस्ट नही कर रहे थे आपके पास आए तो आपने बोनस दे दिया <BR/><BR/>वाह वाह <BR/>अच्छी गजल के लिए धन्यवाद <BR/><BR/>बोनस के लिए अलग से धन्यवाद <BR/><BR/>वीनस केसरीवीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.com