tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post7270590601501666634..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: किताबों की दुनिया - 6नीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger28125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-7998261019775756422017-04-08T16:35:34.149+05:302017-04-08T16:35:34.149+05:30नीरज जी, सादर प्रणाम, आदाब
सबसे पहले मैं आपका आभार...नीरज जी, सादर प्रणाम, आदाब<br />सबसे पहले मैं आपका आभारी हूँ की मेरे एक निवेदन पर आपने इतनी बेहतरीन किताबें मुझे इनायत की जिनकी तारीफ़ करना सूरज को दिया दिखाने के बिलमुक़ाबिल है वो भी इतनी तीव्र गति से की मुझे यकीन नहीं हुआ. मैं उर्दू हिन्दी और अंग्रेजी अदब का छात्र हूँ पेशे से उर्दू वरिष्ठ अध्यापक हूँ. खाकसार की उर्दू में ६ किताबें पब्लिश हो चुकी हैं सभी बेस्ट सेलर रहीं अल्हम्दुलिल्लाह. एक किताब हिन्दी में चल रही है " प्रभावी अध्ययन की तकनीकें". मुझे कभी कोई एक विषय बाँध नहीं पाया मेरी इच्छा होती है हर विधा को सीखूं,सब में हाथ आजमाऊँ. शायरी का शौक भी महज एक हफ्ते पुराना है. १५-२० गजलें कहीं हैं. वालिदे मुह्तरम शायर हैं और कभी कभी डरते डरते उनसे इस्लाह लेता हूँ. वैसे इंटरनेट गुरु जिंदाबाद !<br /> मेरे भी ब्लॉग हैं एक ब्लॉग akmal-articles.blogspot.com है जिस पर आर्टिकल्स और कलाम (अगर हुनर मंद हजरात उसे इस काबिल समझें तो) पब्लिश करता हूँ.<br />बात सीधी सीधी करने की आदत है सो कह देता हूँ बकौल आपके <br />नीरज सुलझाना सीखो <br />मुद्दों को उलझाना क्या<br />आज का एक शेर पेश करके इजाजत लेता हूँ <br />ग़म-ए-फ़िराक से उबरने की न थी उम्मीद मुझे<br />गुज़रते वक्त ने मरहम सा मगर काम किया <br />अकमल नईम अकमल <br />एक बार पुन: धन्यवाद की आपने मुझे अपनी अनमोल किताबों के काबिल समझा . <br /> vedandquraanhttps://www.blogger.com/profile/08401883663075010471noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-27311404363455887092014-06-13T16:58:46.169+05:302014-06-13T16:58:46.169+05:30एक अजीम इंसान,हरदिल-अजीज़ मेरे बड़े भाई तुफैल साहब क...एक अजीम इंसान,हरदिल-अजीज़ मेरे बड़े भाई तुफैल साहब के बारे में आपका आलेख और उसमें उनकी चुनिन्दा गज़लें पढ़कर पिछले दस सालों के उनके सानिंध्य का दौर आँखों के आगे तैर गया. अपनी ग़ज़लों और 'लफ्ज़' के माध्यम से उनका जो शानदार व्यक्तित्व दुनिया से रु-बी-रु होता है, वे निकट से भी वैसे ही हैं. आपने उन्हें सही ही युवा शायर कहा है, पर "हम बुजुर्गों की रिवायत से जुड़े हैं भाई<br />नेकियाँ करके कभी फल नहीं माँगा करते" वाला मिजाज़ भी अपने दोस्तों और अनुजों के लिए भरपूर प्यार के साथ रखते आये हैं. नीरज भाई मेरी ओर से एक बड़ा सा शुक्रिया कुबूल करें. kamalbhaihttps://www.blogger.com/profile/11943559416788092655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-87066634313668136152009-03-14T16:39:00.000+05:302009-03-14T16:39:00.000+05:30एक से एक शेर पढ़वाए हैं आपने, बहुत ही अच्छे लगे. ब...एक से एक शेर पढ़वाए हैं आपने, बहुत ही अच्छे लगे. बहुत बहुत शुक्रिया. किताब तो कभी दिल्ली गयी तो पक्का ढूंढ के खरीदूंगी.Puja Upadhyayhttps://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-2437771980128469292009-02-24T19:35:00.000+05:302009-02-24T19:35:00.000+05:30धमाकेदार खुसखबरी ?किताबो की दुनिया से आकर हम इस जग...धमाकेदार खुसखबरी ?किताबो की दुनिया से आकर हम इस जगह अटक गए है ..हमारी मिष्टी को स्नेह देना ....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-45344160592179836122009-02-24T18:59:00.000+05:302009-02-24T18:59:00.000+05:30बेहतरीन.....बसऔर क्या कहें ?===============डॉ.चन्द...बेहतरीन.....बस<BR/>और क्या कहें ?<BR/>===============<BR/>डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-16233956373736824252009-02-24T18:20:00.000+05:302009-02-24T18:20:00.000+05:30आपकी हर आलेख पहले से ज्यादा खूबसूरत और मजेदार होता...आपकी हर आलेख पहले से ज्यादा खूबसूरत और मजेदार होता है. मै आपका कायल हूँ. खूबसूरत शायरी शेयर करने के लिए आपको तहेदिल आभार.राजीव करूणानिधिhttps://www.blogger.com/profile/01438700014693467726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-80508295481358192882009-02-24T16:47:00.000+05:302009-02-24T16:47:00.000+05:30अच्छा जखीरा है आपके पास अच्छी पुस्तकों का नीरज जी।...अच्छा जखीरा है आपके पास अच्छी पुस्तकों का नीरज जी। पढ़ कर अच्छा लगा।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-29154719762248451502009-02-24T16:38:00.000+05:302009-02-24T16:38:00.000+05:30ab to apki har agali postka intzaar rahta hai...ba...ab to apki har agali postka intzaar rahta hai...<BR/>bahut khub sahitya ka parichay karate hai aapPreeti tailorhttps://www.blogger.com/profile/09640646887751963662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-39285874005513355202009-02-24T16:07:00.000+05:302009-02-24T16:07:00.000+05:30तूफैल साहब की शायरी से परिचय कराने के लिए आपका आभा...तूफैल साहब की शायरी से परिचय कराने के लिए आपका आभार।Hari Joshihttps://www.blogger.com/profile/13632382660773459908noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-43372036269706628232009-02-24T14:26:00.000+05:302009-02-24T14:26:00.000+05:30bahut hi gyanvardhak aur achhhi sameeksha neeraj b...bahut hi gyanvardhak aur achhhi sameeksha neeraj bhaiya.....khushkhabri ki bhi prateeksha men.....swatiarthttps://www.blogger.com/profile/12939686404150553798noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-17977737143714022032009-02-24T08:43:00.000+05:302009-02-24T08:43:00.000+05:30तुफैल चतुर्वेदी" जी की पुस्तक "सारे वरक तुम्हारे"र...तुफैल चतुर्वेदी" जी की पुस्तक "सारे वरक तुम्हारे"<BR/>रात दिन सुनता हूँ तेरी आहट<BR/>नक्स* पैदा हुआ है कान में क्या <BR/>नक्स*= दोष<BR/>का ये शेर न जाने कितनी आहटे मन में पैदा कर गया..... सच ही तो बयाँ किया है.......अक्सर होता है ऐसा......तब समझ नही आता क्यूँ हुआ......आप के द्वारा इतनी बहतरीन पुस्तको और लेखको की जानकारी मिल रही है की दिल करता हर किताब को पढा जाए.....आभार आपका..<BR/><BR/>Regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-72633956183165355712009-02-24T00:42:00.000+05:302009-02-24T00:42:00.000+05:30khazane se moti nikal rahey hain ..मिरे जख्मों की ...khazane se moti nikal rahey hain ..<BR/><BR/>मिरे जख्मों की आराइश से सीखो<BR/><BR/>सजा कर फूल गुलदानों में रखना<BR/><BR/>bahut hi umda!<BR/>shukriya in se parichay ke liye<BR/><BR/><BR/>महाशिवरात्रि की शुभकामनायें.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-79512885778722584942009-02-24T00:01:00.000+05:302009-02-24T00:01:00.000+05:30khangalne wale ko khzane ki khbr hoti hai.khangalne wale ko khzane ki khbr hoti hai.गर्दूं-गाफिलhttps://www.blogger.com/profile/18099843303913951602noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-46795027627169070312009-02-23T23:55:00.000+05:302009-02-23T23:55:00.000+05:30आईने में अपनी सूरत भी न पहचानी गयीआंसुओं ने आँख का...आईने में अपनी सूरत भी न पहचानी गयी<BR/><BR/>आंसुओं ने आँख का हर अक्स धुंधला कर दिया<BR/><BR/>waah bahut badhiya,ek aur gazalkaar se rubaru karwane ka shukran,sach ek hi sher copy kiya,kahi puri post copy karke tariff na kar de,behad lajawaab hai saare ke saare.mehekhttps://www.blogger.com/profile/16379463848117663000noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-24860682545234745062009-02-23T23:52:00.000+05:302009-02-23T23:52:00.000+05:30bahut khoob hai kitabo ki duniya.ia sone me suhaga...bahut khoob hai kitabo ki duniya.ia sone me suhaga aapka andaze bayanगर्दूं-गाफिलhttps://www.blogger.com/profile/18099843303913951602noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-19384448724900567512009-02-23T23:49:00.000+05:302009-02-23T23:49:00.000+05:30बहुत संभल के फकीरों से तव्सरा* करनाये लोग पानी भी ...बहुत संभल के फकीरों से तव्सरा* करना<BR/><BR/>ये लोग पानी भी सूखी नदी से मांगते हैं<BR/><BR/> khngalne wale ko khjane ki khbar hoti hai.<BR/>ghre whi utrta hai jiski moti pe nzr hoti hai.taire hwa me bahut din fir jamin pr utr aaye.<BR/>duniya e kitab se duniya me nye sukhn ki kdr hoti hai.गर्दूं-गाफिलhttps://www.blogger.com/profile/18099843303913951602noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-23055016007952539702009-02-23T22:52:00.000+05:302009-02-23T22:52:00.000+05:30सहेली पढ़ ही लेगी नाम मेरातुम अपने हाथ दस्तानों मे...सहेली पढ़ ही लेगी नाम मेरा<BR/><BR/>तुम अपने हाथ दस्तानों में रखना<BR/>वाह क्या बात है, ओर धन्यवाद इस सुंदर जानकारी के लिये.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-14575407663791733862009-02-23T21:19:00.000+05:302009-02-23T21:19:00.000+05:30नीरज जी को प्रणाम....आप कितना बड़ा उपकार कर रहे हैं...नीरज जी को प्रणाम....आप कितना बड़ा उपकार कर रहे हैं हम याचकों पर खुद आपको भी नहीं मालूम होगा...<BR/>तुफ़ैल जी के हम भी बड़े पुराने फ़ैन हैं। उनसे बात भी होते रहती हैं। उनकी पत्रिका ’लफ़्ज़’ अपने आप में व्यंग्य और गज़ल की दुनिया में मिसाल कायम कर रही है। <BR/>आपका शुक्रिया फिर से....गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-41030722885632646172009-02-23T21:04:00.000+05:302009-02-23T21:04:00.000+05:30फकीरी में भी खुद्दारी बचा लीहमारा नाम सुल्तानों मे...फकीरी में भी खुद्दारी बचा ली<BR/>हमारा नाम सुल्तानों में रखना<BR/>बहुत खूब .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-21656201414079682252009-02-23T20:46:00.000+05:302009-02-23T20:46:00.000+05:30आभार इस बेहतरीन समीक्षा के लिए. लगता है यह पुस्तक ...आभार इस बेहतरीन समीक्षा के लिए. लगता है यह पुस्तक ढ़ूंढ़ना पड़ेगी अब.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-56101788437539391702009-02-23T20:38:00.000+05:302009-02-23T20:38:00.000+05:30तुफैल साहेब के उम्दा शेरों से रूबरू कराने के लिए ध...तुफैल साहेब के उम्दा शेरों से रूबरू कराने के लिए धन्यवाद.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-29993090427183596372009-02-23T19:57:00.000+05:302009-02-23T19:57:00.000+05:30neeraj ji ,aapka ye kitaabo ka shauk jo hai , ek d...neeraj ji ,<BR/><BR/>aapka ye kitaabo ka shauk jo hai , ek din mujhe aapke ghar par daaka maarne par mazboor kar denga ..\<BR/><BR/>itni acchi kitaabe aap dhoondh kahan se lete hai ..<BR/><BR/><BR/>इसी लिए तो कुचलती है रात दिन दुनिया<BR/>हम अपना हक भी बड़ी आजिजी* से मांगते हैं<BR/><BR/>This is ultimate.<BR/><BR/>Bahut sadhoowad..vijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-27792381248661581582009-02-23T19:20:00.000+05:302009-02-23T19:20:00.000+05:30बहुत धन्यवाद जी आपको इस जानकारी के लिये.रामराम.बहुत धन्यवाद जी आपको इस जानकारी के लिये.<BR/><BR/>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-1887611314698097722009-02-23T18:24:00.000+05:302009-02-23T18:24:00.000+05:30सच नीरज जी आपकी किताबों की दुनिया बहुत सुन्दर है। ...सच नीरज जी आपकी किताबों की दुनिया बहुत सुन्दर है। हर शेर शानदार है तुफ़ैल जी का। पर <BR/><BR/>इसी लिए तो कुचलती है रात दिन दुनिया<BR/>हम अपना हक भी बड़ी आजिजी* से मांगते हैं<BR/><BR/>दिल के करीब ज्यादा लगा।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-5076822422925539512009-02-23T18:21:00.000+05:302009-02-23T18:21:00.000+05:30एक और खूबसूरत खजाना ले कर आए हैं नीरज जी आप. आज तु...एक और खूबसूरत खजाना ले कर आए हैं नीरज जी आप. आज तुफैल जी की साथ इतनी खूबसूरत ग़ज़ल और बेहतरीन शेर आपने संजोय है, की बार बार पढने को मन करता है. आपकी व्याख्या आधा परिचय तो करा ही देती है, वाकई आप भी उतने ही बेहतरीन फनकार है जितने तुफैल जी. आपके पसंदीदा शेरों से दुबारा चुनु ऐसे जुर्रत रखनी ठीक नही पर क्या करू मजबूर हूँ अपनी पसंद तो देनी ही है. बस २ शेर इस लिए कहीं आपकी मेल पूरी की पूरी न उतार दूँ <BR/><BR/>उसके वादे के इवज़* दे डाली अपनी ज़िन्दगी<BR/>एक सस्ती शय का ऊंचे भाव सौदा कर दिया<BR/><BR/>बहुत संभल के फकीरों से तव्सरा* करना<BR/>ये लोग पानी भी सूखी नदी से मांगते हैं<BR/><BR/>आप क्या खुशखबरी देने वाले हैं जल्दी बता देन, इंतज़ार हमारे बस की नही,दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com