tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post4913668345219684181..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: किताबों की दुनिया -144 नीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-10043701882662508442017-10-02T21:57:25.097+05:302017-10-02T21:57:25.097+05:30वाह..लाज़वाब लिखा है! बधाई स्वीकारें वाह..लाज़वाब लिखा है! बधाई स्वीकारें रेगिस्तानी चिट्ठियाँhttps://www.blogger.com/profile/05769492851403131131noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-21126611278299742642017-10-01T17:52:20.227+05:302017-10-01T17:52:20.227+05:30बहुत अर्थपूर्ण शेर बहुत अर्थपूर्ण शेर Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-44754805990347226462017-09-28T19:56:59.076+05:302017-09-28T19:56:59.076+05:30बधाई हलधर जी 🌷🌺🌸 कुछ पंक्तियाँ बारम्बार पढीं। अ...बधाई हलधर जी 🌷🌺🌸 कुछ पंक्तियाँ बारम्बार पढीं। अनेक शुभकामनाएं।rangolihttps://www.blogger.com/profile/01967036896970856011noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-88504300261904778922017-09-28T12:56:53.323+05:302017-09-28T12:56:53.323+05:30अच्छी ग़ज़लें/संभावनाओं से परिपूर्ण ग़ज़लकार का स्वागत...अच्छी ग़ज़लें/संभावनाओं से परिपूर्ण ग़ज़लकार का स्वागत है !gazalkamalhttps://www.blogger.com/profile/09022657505979983438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-39254986336558871962017-09-28T00:22:02.254+05:302017-09-28T00:22:02.254+05:30Received on Fb From Ganga Sharan Ji
ख़ुशी से दिल ह...Received on Fb From Ganga Sharan Ji<br /><br />ख़ुशी से दिल हमारा आज मीरा होने वाला है <br />झुकी खेतों के ऊपर श्यामवर्णी मेघमाला है <br /><br />हिना का रंग उनके हाथ पे यूँ ही नहीं महका <br />सुबह से शाम तक हमने, रसोई घर संभाला है <br /><br />वज़ीफ़ा कौन देता है हमें, हम गाँव वाले हैं <br />हमारा इल्म केवल ढाई आखर वर्णमाला है <br />बहुत खूब लिखते हैं हलधर साहब। आपके सुंदर विवेचनात्मक लेखन के मुरीद तो हम सब पहले से ही हैं।नीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-77962555727777010942017-09-25T23:28:58.525+05:302017-09-25T23:28:58.525+05:30कभी समय पर तो कभी देरी से पढ़ता हूँ। जिस परिचय में...कभी समय पर तो कभी देरी से पढ़ता हूँ। जिस परिचय में आपर लिख देते हैं कि शाइर किसी खेमे का नहीं है तो लगता है कि वह परिचय मेरा अपना ही है। जब भी हलधरजी से मुलाकात हो मेरा हौसला उन तक पहुँचे खेमाबाजी के विरुद्ध में। Ashish Anchinharhttps://www.blogger.com/profile/11963153563939587957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-22890050271714715792017-09-25T12:43:12.443+05:302017-09-25T12:43:12.443+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (26...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (26-09-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> रजाई ओढ़कर सोता, मगर ए सी चलाता है; चर्चामंच 2739 </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br /><br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com