tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post4647689289910069206..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: किताबों की दुनिया - 230नीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-77997768081746400692022-04-24T22:37:17.163+05:302022-04-24T22:37:17.163+05:30नाव कागज की गई डूब, घरौंदे बिखरे
खेल सब खत्म हुआ ...नाव कागज की गई डूब, घरौंदे बिखरे <br />खेल सब खत्म हुआ ख़ाक उड़ाई जाए<br />.<br />बहुत सुन्दर स्तम्भ ...<br />.<br />- उमेश मौर्यAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-10208458172792157852021-05-08T17:47:21.678+05:302021-05-08T17:47:21.678+05:30लुट गया शाम ही को जब सब कुछ
जागकर सारी रात क्या क...लुट गया शाम ही को जब सब कुछ <br />जागकर सारी रात क्या करते <br /><br />Kya baat hai . Bahut khub . <br /><br />Navin chaturvedinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-40724043745928814482021-05-03T04:27:29.744+05:302021-05-03T04:27:29.744+05:30Har baar ki tarah bahut badhiya.. sadhuwad. Har baar ki tarah bahut badhiya.. sadhuwad. Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04492546378200208611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-31474018229097971472021-04-27T16:35:09.253+05:302021-04-27T16:35:09.253+05:30शाहिद माहुली साहब की किताब 'शहर खामोश है' ...शाहिद माहुली साहब की किताब 'शहर खामोश है' पर ख़ूबसूरत और आत्मीय बातचीत आपके हवाले से पढ़ने को मिली।निश्चय ही हर बार एक नई ग़ज़ल की किताब की तलाश और उसमें से चुनिंदा शेर उद्धृत करना किसी कुशल शनावर के गोता लगाकर मोती तलाशने जैसा दुष्कर और श्रमसाध्य है जिसे आप मुझ जैसे ग़ज़ल के शैदाइयों के लिए बार बार अंजाम देते रहे हैं।यह किताब भी उसी की एक कड़ी है।और उससे भी अच्छी और गौर करने वाली बात यह है कि कभी ऐसा नही हुआ कि आपने किसी शायर पर बातचीत करते हुए उसके सम्मान में कोई हेठी या ग़ज़ल की आत्मीयता से इतर उसके बारे में कोई बात कही हो ।<br />सच तो यह है कि तमाम शायरों के बारे मेंआपके लिखने के बाद ही जानकारी हुई।आपको ग़ज़लों की विभिन्न किताबों के हवाले से पढ़ने की अब तो प्रतीक्षा रहती है एक आदत की तरह!<br />सादर<br />अखिलेश तिवारीनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-17808737962216667762021-04-27T08:04:38.401+05:302021-04-27T08:04:38.401+05:30बहुत शुक्रिया नाज़ भाईबहुत शुक्रिया नाज़ भाईनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-28124596014433633592021-04-26T22:12:40.179+05:302021-04-26T22:12:40.179+05:30वाह वाह वाह शाहिद माहुली साहब के अशआर यहां प्रस्तु...वाह वाह वाह शाहिद माहुली साहब के अशआर यहां प्रस्तुत करके आपने पाठकों पर बहुत कृपा की है। शेर पढ़कर बहुत अच्छा लगा। आपके जादुई क़लम ने भी उनके शेरों को बड़ी सुंदरता के साथ विस्तार दिया है। आप दोनों महानुभावों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।Krishna Kumar Naazhttps://www.blogger.com/profile/07479327255690483611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-92080447740489502302021-04-26T19:38:06.241+05:302021-04-26T19:38:06.241+05:30धन्यवाद भाई साहबधन्यवाद भाई साहबनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-51722537889193438902021-04-26T19:37:26.803+05:302021-04-26T19:37:26.803+05:30ओंकार जी शुक्रियाओंकार जी शुक्रियानीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-1143614831781674112021-04-26T19:36:45.470+05:302021-04-26T19:36:45.470+05:30धन्यवाद स्वरांगी जीधन्यवाद स्वरांगी जीनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-40605024664939155232021-04-26T18:31:24.890+05:302021-04-26T18:31:24.890+05:30ख़ूबसूरती से से लिखा गया एक और ख़ूबसूरत तब्सरा वा...ख़ूबसूरती से से लिखा गया एक और ख़ूबसूरत तब्सरा वाह नीरज जी वाह वाह क्या कहना ज़िन्दाबाद<br />मोनी गोपाल 'तपिश'mgtapishhttps://www.blogger.com/profile/05875054316342019400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-46851673799457837742021-04-26T17:22:03.931+05:302021-04-26T17:22:03.931+05:30बेहतरीनबेहतरीनOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-72186223228579919742021-04-26T16:14:55.697+05:302021-04-26T16:14:55.697+05:30अच्छी जानकारी दी आपने ! 🙏अच्छी जानकारी दी आपने ! 🙏Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05330314711378249206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-26312755201724417032021-04-26T15:29:48.507+05:302021-04-26T15:29:48.507+05:30धन्यवाद शिवम जीधन्यवाद शिवम जीनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-79451185637391461302021-04-26T13:45:04.305+05:302021-04-26T13:45:04.305+05:30किसी अनजाने मंजिल को अपनी पथरीली आंखों से देखता रह...किसी अनजाने मंजिल को अपनी पथरीली आंखों से देखता रहता हूँ ।<br /><br />आप हर बार जिस तरह शायर, उसका अंदाज और जीवनी एक साथ पिरोकर सामने रखते हैं, यकीनन हर बार संग्रहणीय हो जाता है। स्वरांगी साने Swaraangi Sanehttps://www.blogger.com/profile/04669994002851190588noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-60987087374516755662021-04-26T12:05:04.568+05:302021-04-26T12:05:04.568+05:30बेहतरीन 👌बेहतरीन 👌शिवम कुमार पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/04835045259840214933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-86778852865382002032021-04-26T11:47:40.616+05:302021-04-26T11:47:40.616+05:30किताबों की दुनिया230 शाहिद माहुली। कांटों में सुई ...किताबों की दुनिया230 शाहिद माहुली। कांटों में सुई ढ़ूढने का काम करना इतना आसान ही नहीं बल्कि दुश्वार भी बहुत है इसके लिए नीरज गोस्वामी जी को दिली मुबारकबाद शौहरतों का सफ़र किसी किसी को नसीब होता है मेरे नज़रिये से ये बात शाहिद साहिब पर पूरी तरह ख़री उतरती है क्योंकि जिस दौर में मोहतरम जनाब डाक्टर बशीर बद्र मजरुह,साहिर राहत इंदौरी और चंद मोहतबर नाम सरे फहरिस्त आप ने बयान किए हैं जो सितारा रौनके फ़लक क्यों न बन सका इतना पुख्ता कलाम होने के बावजूद।ये मुकद्दर की बात है हालांकि शाहिद साहिब की शायरी अकेडमिक है। अल्लाह उनको जन्नत दे। आप की कोशिश को सलाम<br />मेरे कहन में कुछ तल्ख़ियां और गुस्ताखियां हो सकती हैं आप तो जानते ही हैं जब क़लम ज़ेरे दस्त हो तो सच्चाई का साथ देना मैं अपना धर्म समझता हूं। शुक्रिया<br /><br />सागर सियालकोटी<br />लुधियानानीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-9495978671192382162021-04-26T11:46:58.686+05:302021-04-26T11:46:58.686+05:30Shukriya Pradeep bhai Shukriya Pradeep bhai नीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-64594507406008095332021-04-26T11:46:36.801+05:302021-04-26T11:46:36.801+05:30Shukriya Sarwar BhaiShukriya Sarwar Bhaiनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-69563941930866862062021-04-26T11:46:20.472+05:302021-04-26T11:46:20.472+05:30Dhanyvaad Jayanti jiDhanyvaad Jayanti jiनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-54014787204763117702021-04-26T11:44:53.625+05:302021-04-26T11:44:53.625+05:30
रंग कुम्हला दिया, बालों में पिरो दी चाँदी
तूल खी...<br />रंग कुम्हला दिया, बालों में पिरो दी चाँदी <br />तूल खींचेगी अभी और कहानी कितना <br /><br />एक मुसलसल जुस्तजू के बाद मंजिल के करीब <br />एक मुर्दा साँप था, माल व खज़ाना कुछ न था <br /><br />वाह <br /><br />प्रदीप कांतhttps://www.blogger.com/profile/09173096601282107637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-53144670775961572432021-04-26T10:43:58.356+05:302021-04-26T10:43:58.356+05:30शाहिद माहुली, नाम ही काफ़ी है
आप की लेखनी का जादू ...शाहिद माहुली, नाम ही काफ़ी है<br />आप की लेखनी का जादू यूंही चलता रहेसर्वत मैं कैसे पालता सारे जहां के दर्दhttps://www.blogger.com/profile/02888241677554262911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-20491466587996107792021-04-26T10:34:52.974+05:302021-04-26T10:34:52.974+05:30Bahut khoob ❤️Bahut khoob ❤️Jayanti kumarihttps://www.blogger.com/profile/11339146508252105164noreply@blogger.com