tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post4404806474156609170..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: किताबों की दुनिया - 51नीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger40125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-70323163470910295002014-11-15T21:49:29.491+05:302014-11-15T21:49:29.491+05:30बहुत सुन्दर परिचय...उम्दा और बेहतरीन प्रस्तुति के ...बहुत सुन्दर परिचय...उम्दा और बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आपको बहुत बहुत बधाई...<br />नयी पोस्ट<a href="http://pbchaturvedi.blogspot.in/" rel="nofollow">@आंधियाँ भी चले और दिया भी जले</a><br />प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-35400624735703782652011-09-03T12:32:44.369+05:302011-09-03T12:32:44.369+05:30आज बड़े दिनों बाद बड़ी देर से आपके ब्लौग पर अटका ह...आज बड़े दिनों बाद बड़ी देर से आपके ब्लौग पर अटका हुआ हूँ| फेसबुक पर आपकी धमकी भरी प्रेरणा के लिए लाख लाख शुक्रिया| ये किताबो की दुनिया वाली शृंखला अंतरजाल पर आने वाले भविष्य में मील का पत्थर साबित होने वाली है, यकीनन!गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-71292559121381446272011-05-14T00:22:17.327+05:302011-05-14T00:22:17.327+05:30जनाब नीरज जी
इस कंप्यूटर/मोबाईल के दौर में आप साह...जनाब नीरज जी <br />इस कंप्यूटर/मोबाईल के दौर में आप साहित्य प्रेमियों को न केवल उम्दा किताबों से रूबरू करा रहे हैं बल्कि उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं - आप कि इस बेमिसाल कोशिश और जज्बे को सलाम I आपकी " थोड़ा सा रूमानी हो लें हम" की समीक्षा के बाद मेरे बड़े भाई सरीखे दोस्त "नवाब शाहाबादी " जी के पास इतने फोन आये कि वे हैरान हो गए . चूँकि वे इन्टरनेट चैटिंग / मैसेजिग के सिलसिले से कम वाकिफ हैं लिहाज़ा उन्होंने मुझे ये फख्र हासिल करने का मौका दिया कि मैं उन तमाम साहबान का शुक्रिया अदा करूँ जिन्होंने अपनी टिप्पणी / बेशकीमती राय ज़ाहिर कर नवाब साहब का, और मेरा भी हौसला बढाया, एक बार फिर तहेदिल से आप सभी का "नवाब शाहाबादी " जी + मेरी ओर से शुक्रिया, राजेश राज / 09889029396राजेश राज https://www.blogger.com/profile/15859426592047040431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-86542403613517829352011-05-09T06:33:55.193+05:302011-05-09T06:33:55.193+05:30कुछ तो शरीके इश्क़ की नाकामियाँ भी थीं
कुछ हाले - ...कुछ तो शरीके इश्क़ की नाकामियाँ भी थीं<br />कुछ हाले - नामुराद ने शायर बना दिया<br /><br />तुम कोशिशों के बाद भी शायर न बन सके<br />हमको तुम्हारी याद ने शायर बना दिया<br />भाई नीरज कमाल की मेहनत कर रहे हैं आप बधाई तबीयत खुश हो गई |बधाई और शुभकामनाएं |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-83345920808987838582011-05-09T00:38:27.699+05:302011-05-09T00:38:27.699+05:30आदरणीय नीरज साहब,
नवाब साहब से परिचय कराने और उन...आदरणीय नीरज साहब, <br /><br />नवाब साहब से परिचय कराने और उनकी <br />ग़ज़लें पढ़वाने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया...<br /><br />यह शे'र दिल छू गया..... <br />कुछ तो शरीके इश्क़ की नाकामियाँ भी थीं<br />कुछ हाले - नामुराद ने शायर बना दिया<br /><br />रक़ीब लखनवीSATISHhttps://www.blogger.com/profile/05827348428895319151noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-3549857739588306692011-05-08T16:04:01.497+05:302011-05-08T16:04:01.497+05:30क्या ब्लॉगर मेरी थोड़ी मदद कर सकते हैं अगर मुझे थोड...<a href="http://rksirfiraa.blogspot.com/" rel="nofollow">क्या ब्लॉगर मेरी थोड़ी मदद कर सकते हैं</a> अगर मुझे थोडा-सा साथ(धर्म और जाति से ऊपर उठकर"इंसानियत" के फर्ज के चलते ब्लॉगर भाइयों का ही)और तकनीकी जानकारी मिल जाए तो मैं इन भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करने के साथ ही अपने प्राणों की आहुति देने को भी तैयार हूँ. <a href="http://rksirfiraa.blogspot.com/" rel="nofollow">आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें</a>रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीकhttps://www.blogger.com/profile/01260635185874875616noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-38878320963713933482011-05-08T10:26:48.129+05:302011-05-08T10:26:48.129+05:30परिचय के लिये आभार, कृपया शृंखला जारी रखिये।परिचय के लिये आभार, कृपया शृंखला जारी रखिये।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-33051049395810983862011-05-08T01:19:35.478+05:302011-05-08T01:19:35.478+05:30बहुत खूब...बहुत खूब...sandeep sharmahttps://www.blogger.com/profile/00396307376371645302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-57710945922572501022011-05-07T12:57:10.085+05:302011-05-07T12:57:10.085+05:30नवाब शाहाबादी जी से परिचित हूँ .उन्हें सुना भी और ...नवाब शाहाबादी जी से परिचित हूँ .उन्हें सुना भी और पढ़ा भी है.यहाँ उनकी पुस्तक समीक्षा देख कर अच्छा लगा.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-24352727795354235602011-05-07T01:23:42.822+05:302011-05-07T01:23:42.822+05:30आपकी गज़लें तो लाजवाब होती ही हैं किताबों की समीक्...आपकी गज़लें तो लाजवाब होती ही हैं किताबों की समीक्षा भी गज़ब की हैं.. अर्धशतक होने पर बधाई स्वीकार करें...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-15613569272887724242011-05-07T00:32:45.241+05:302011-05-07T00:32:45.241+05:30Neeraj jee bahut shukriya nabab sahab se wakif kar...Neeraj jee bahut shukriya nabab sahab se wakif karane ka . Bahut sunder sher chune hain aapne,<br /><br />आये तो गुलिस्तां में कुछ ऐसी बहार आये<br />फूलों को सुकूं आये काँटों को करार आये<br /><br />लोगों ने गुज़ारी है, जैसी भी वहां गुज़री<br />कुछ हँस के गुज़ार आये कुछ रो के गुज़ार आये<br /><br />Behatareen.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-16607090890520575032011-05-06T23:23:36.494+05:302011-05-06T23:23:36.494+05:30बहुत खूब नीरज जी, जनाब षाहाबादी के षेर पढ़वाकर आपन...बहुत खूब नीरज जी, जनाब षाहाबादी के षेर पढ़वाकर आपने आनन्द की बारिष कर दी । उनके षेर और आपका संकलन दोनों ही नायाब हैं और दोनों ही मुबारकवाद के हकदार हैं, सो आप स्वीकार करें!Hari Shanker Rarhihttps://www.blogger.com/profile/10186563651386956055noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-83212826579718057512011-05-06T16:12:57.733+05:302011-05-06T16:12:57.733+05:30वाह वा, क्या शेर कहें हैं,
"भुलाना हमें इतना...वाह वा, क्या शेर कहें हैं,<br /><br />"भुलाना हमें इतना आसाँ नहीं है<br />है आसाँ तो हमको भुला कर के देखो"<br /><br />"बड़ा प्यार आया जो बालों पे मेरे<br />फिराने लगे उँगलियाँ धीरे धीरे"Ankithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-84036088152740297002011-05-06T12:19:13.736+05:302011-05-06T12:19:13.736+05:30कहाँ से ढूंढ ढूंढ कर लाते हैं आप इतने अच्छे अच्छे ...कहाँ से ढूंढ ढूंढ कर लाते हैं आप इतने अच्छे अच्छे शायरों को... किताब भले ही नाखारीद पायें लेकिन इतने लाजवाब शेर पढ़कर ही आनंद आ जाता है!pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-4729244524091403942011-05-06T12:07:51.613+05:302011-05-06T12:07:51.613+05:30कुछ तो शरीके इश्क़ की नाकामियाँ भी थीं
कुछ हाले - ...कुछ तो शरीके इश्क़ की नाकामियाँ भी थीं<br />कुछ हाले - नामुराद ने शायर बना दिया<br /><br /><br />गोया शायर के वास्ते कुछ प्री टेस्ट पास करने कितने जरूरी है !डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-20734226355878867052011-05-06T10:36:49.576+05:302011-05-06T10:36:49.576+05:30कुछ तो शरीके इश्क़ की नाकामियाँ भी थीं
कुछ हाले - ...कुछ तो शरीके इश्क़ की नाकामियाँ भी थीं<br />कुछ हाले - नामुराद ने शायर बना दिया<br /><br />तुम कोशिशों के बाद भी शायर न बन सके<br />हमको तुम्हारी याद ने शायर बना दिया<br /><br />करता अदा हूँ शुक्र तुम्हारा मैं दोस्तों<br />मुझको तुम्हारी दाद ने शायर बना दिया<br /><br />बढ़िया सरल शब्दों में क्या तो खूब लगती है नवाब साहब की शायरी. बहुत बढ़िया लिखते हैं. <br /><br />किताबों की दुनियाँ को बढ़ाते रहिये. किताबों की जानकारी का बहुत बड़ा खजाना हो जाएगा.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-7819894968680843712011-05-05T23:10:04.058+05:302011-05-05T23:10:04.058+05:30एक से एक लाजवाब शेर |
आभार !एक और उम्दा शायर और उ...एक से एक लाजवाब शेर |<br />आभार !एक और उम्दा शायर और उनकी बेहतरीन शायरी से इतनी खूबसूरती के साथ परिचय करवाने का |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-78153071059129481872011-05-05T22:54:05.408+05:302011-05-05T22:54:05.408+05:30भाई नीरज जी!
नवाब शाहाबादी साहब की गजलों को सुनने ...भाई नीरज जी!<br />नवाब शाहाबादी साहब की गजलों को सुनने का अवसर मुझे कई बार मिला है। उनकी रचनाओं में श्रंगार का माधुर्य है और स्वर लुभावना है। आपके ब्लाग पर उनकी कृति-चर्चा पढ़कर प्रसन्नता हुई। आप दवारा नियोजित साहित्यिक-चर्चा की यह श्रृंखला सराहनीय है। आपकी जानकारी के लिए डॉ० तश्ना आलमी का एक शेर प्रस्तुत है। शायद पसंद आए।<br />==============<br />जिंदगी जब समझ में आने लगी।<br />मौत दरवाजा खटखटाने लगी॥<br />==============<br />सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवीडॉ० डंडा लखनवीhttps://www.blogger.com/profile/14536866583084833513noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-75581259156092605542011-05-05T12:56:15.203+05:302011-05-05T12:56:15.203+05:30हाथ डालें जरा संभल के आप
फूल के पास खार होता है
.....हाथ डालें जरा संभल के आप<br />फूल के पास खार होता है<br />.......<br /><br />ऐसी नायाब पुस्तक की जानकारी देने के लिए आपका आभार.मेरे भावhttps://www.blogger.com/profile/16447582860551511850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-67757687503602121262011-05-05T10:40:57.495+05:302011-05-05T10:40:57.495+05:30आपकी टिपण्णी और हौसला अफजाही के लिए शुक्रिया!
का...आपकी टिपण्णी और हौसला अफजाही के लिए शुक्रिया!<br /> काफी दिनों के बाद आपके ब्लॉग पर आकर सुन्दर पोस्ट पढ़ने को मिला उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद! आपका हर एक पोस्ट एक से बढ़कर एक होता है जिसके बारे में जितना भी कहा जाए कम है! आपकी लेखनी को सलाम!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-31895400423833149862011-05-05T08:42:35.142+05:302011-05-05T08:42:35.142+05:30शुक्रिया नीरज भाई|
हमारी यही कामना है कि आप शतकों...शुक्रिया नीरज भाई| <br />हमारी यही कामना है कि आप शतकों के बेताज बादशाह सचिन तेंदुलकर की तरह यहाँ पुस्तकों को प्रस्तुत करते हुए रिकार्ड पर रिकार्ड बनाते रहें| हम जैसे घर बैठे वर्चुअल लोगों को बाहर की दुनिया दिखाते रहें|<br />श्रीवास्तव जी उर्फ नवाब साहब को बहुत बहुत शुभ कामनाएँ..............www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-88669080474990870302011-05-04T16:49:42.527+05:302011-05-04T16:49:42.527+05:30Neeraj jee ghazalon ke prati aapki yah lagan viral...Neeraj jee ghazalon ke prati aapki yah lagan viral hai aur ham jaise sahityasevi aapke karzdar.सौरभ शेखर https://www.blogger.com/profile/16049590418709278760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-44175920375311155462011-05-04T15:28:13.969+05:302011-05-04T15:28:13.969+05:30जो मौजों के तेवर से वाकिफ़ नहीं हैं
डुबों देंगे वो...जो मौजों के तेवर से वाकिफ़ नहीं हैं<br />डुबों देंगे वो कश्तियाँ धीरे धीरे<br /><br />वक्त की जुबां को ना समझने वाला कश्ितयां डुबो ही लेता है...Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-6545104254101426022011-05-04T11:08:22.261+05:302011-05-04T11:08:22.261+05:30तुम कोशिशों के बाद भी शायर न बन सके
हमको तुम्हारी ...<b>तुम कोशिशों के बाद भी शायर न बन सके<br />हमको तुम्हारी याद ने शायर बना दिया</b><br /><br />आनंदम ....दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-37193383969901438522011-05-04T03:33:58.236+05:302011-05-04T03:33:58.236+05:30डाक्टर ऐ.के.श्रीवास्तव उर्फ़ नवाब शाहाबादी साहब की...डाक्टर ऐ.के.श्रीवास्तव उर्फ़ नवाब शाहाबादी साहब की किताब " थोडा सा रूमानी हो लें हम " से परिचय कराने का आभार. आनन्द आया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com