tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post7514381508605246265..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: भटकेगा तू भी बन बन मेंनीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-3569235633554685402008-01-03T14:00:00.000+05:302008-01-03T14:00:00.000+05:30तू जा रहा है तो सुन जा सदा फकीरों कीकिसी के प्यार ...तू जा रहा है तो सुन जा सदा फकीरों की<BR/>किसी के प्यार में भटकेगा तू भी बन बन में<BR/><BR/>चाँद साहब की गजल बहुत ही बढ़िया है. आपके ब्लॉग पर 'चार चाँद' लग गया. चाँद साहब की और गजलों का इंतजार रहेगा.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-12276068591724096592007-12-26T19:50:00.000+05:302007-12-26T19:50:00.000+05:30चाँद शुक्ला जी की टिप्पणियां बहुत देखी हैं। आज उनक...चाँद शुक्ला जी की टिप्पणियां बहुत देखी हैं। आज उनकी कविता भी पढ़ ली। बहुत पसन्द आयी। आप दर्द हिन्दुस्तानी जी की सलाह पर विचार कर देखें। <BR/>चाँद शुक्ला "हदियाबादी" जी की कविता प्रस्तुत करने के लिये धन्यवाद।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-50041596917341208732007-12-26T19:46:00.000+05:302007-12-26T19:46:00.000+05:30बसी है मिट्टियों में बू जो मेरे गुलशन कीनहीं मिलेग...बसी है मिट्टियों में बू जो मेरे गुलशन की<BR/>नहीं मिलेगी तुझे देख लेना चन्दन मेंराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-82444332869884683662007-12-26T16:58:00.000+05:302007-12-26T16:58:00.000+05:30अच्छी है, क्या खूब हैअच्छी है, क्या खूब हैजेपी नारायणhttps://www.blogger.com/profile/05345363717323351232noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-76977370316476610082007-12-26T16:47:00.000+05:302007-12-26T16:47:00.000+05:30मेरे चमन में सभी रंग रूप के हैं फूलन पूछ मुझसे क्य...मेरे चमन में सभी रंग रूप के हैं फूल<BR/>न पूछ मुझसे क्यों कांटे हैं तेरे गुलशन में<BR/>बहुत खूब... आप दो मित्रों की जोड़ी खूब रंग लाएगी...गर गज़लें दोनों की और उतर आएँ यहाँ..मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-28212388305738833772007-12-26T16:21:00.000+05:302007-12-26T16:21:00.000+05:30शुक्ला जी की तस्वीर भी दे यदि सम्भव हो तो। आप दोन...शुक्ला जी की तस्वीर भी दे यदि सम्भव हो तो। आप दोनो ही को धन्यवाद। मुझे लगता है कि आप दोनो को जुगलबन्दी कर नयी रचनाए लिखनी चाहिये। ऐसे प्रयोग यूँ तो कम ही हुये है पर पता नही क्यो मुझे लगता है कि आप दोनो की जुगलबन्दी से खूब रंग जमेगा।Pankaj Oudhiahttps://www.blogger.com/profile/06607743834954038331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-36185306116367503172007-12-26T14:42:00.000+05:302007-12-26T14:42:00.000+05:30बहुत बढिया गजल प्रेषित की है।बधाई।वो मेरे हाथ लगात...बहुत बढिया गजल प्रेषित की है।बधाई।<BR/><BR/>वो मेरे हाथ लगाते ही मुझसे टूट गया<BR/>मिला था मुझको खिलौना जो मेरे बचपन मेंपरमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-71731402476574359182007-12-26T14:01:00.000+05:302007-12-26T14:01:00.000+05:30Great,ye aap hi kar sakte hain.Badhiya gazal hai.Great,ye aap hi kar sakte hain.Badhiya gazal hai.रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-57160043468604731622007-12-26T12:56:00.000+05:302007-12-26T12:56:00.000+05:30बहुत बढ़िया गजल...चाँद साहब की और गजलें आप जरूर पो...बहुत बढ़िया गजल...चाँद साहब की और गजलें आप जरूर पोस्ट कीजिये...<BR/><BR/>@पारुल जी,<BR/><BR/>ये दुआ ही है...किसी ने लिखा है न;<BR/><BR/>मेरे मरने की ख़बर सुनकर कहा<BR/>वाकई कुछ भी नहीं इंसान में<BR/>जिसने दिल खोया उसी को कुछ मिला<BR/>फायदा देखा इसी नुकसान मेंShiv Kumar Mishrahttps://www.blogger.com/profile/16210136982521324733noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-5386155952396504532007-12-26T12:39:00.000+05:302007-12-26T12:39:00.000+05:30तू जा रहा है तो सुन जा सदा फकीरों कीकिसी के प्यार ...तू जा रहा है तो सुन जा सदा फकीरों की<BR/>किसी के प्यार में भटकेगा तू भी बन बन में<BR/>wah..bahut khuub..isey kya kahiye DUA ya?पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.com