tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post7280170841765118825..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: बांसुरी की तान सेनीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger44125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-36845694435697603052009-01-14T06:01:00.000+05:302009-01-14T06:01:00.000+05:30कृष्ण को तो व्यर्थ ही बदनाम सबने कर दियाराधिका क...कृष्ण को तो व्यर्थ ही बदनाम सबने कर दिया<BR/>राधिका का प्रेम तो था बांसुरी की तान से'<BR/><BR/><BR/>वाह जी, एक नया आयाम दे डाला ..हर शेर अपने आप में जबरदस्त. गुरु जी के तो क्या कहने.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-92042141909329440362009-01-07T16:35:00.000+05:302009-01-07T16:35:00.000+05:30भइया, आने में देर हुई. इसके लिए क्षमा करें. पूरी ग...भइया, आने में देर हुई. इसके लिए क्षमा करें. पूरी गजल में एक से एक बढ़िया शेर हैं. आपके गुरुदेव पंकज सुबीर जी को मेरा प्रणाम.<BR/><BR/>धर्म से करते हो जैसे, जात से, परिवार से<BR/>वैसे थोड़ा प्यार करिए, अपने हिन्दुस्तान से <BR/><BR/>शानदार!Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-80213524756235869392009-01-06T17:06:00.000+05:302009-01-06T17:06:00.000+05:30har sher itna khoobsoorat hai ki kehna hi kya........har sher itna khoobsoorat hai ki kehna hi kya..........itne achche sher padhwane ke liye shukriya.........<BR/>chahta aur poojta jinko raha mein umra bhar<BR/>aaj mere pass se gujre wahi anjan se<BR/>kya khoob likha hai....haqeeqat bayan kar divandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-48617095188154437092009-01-06T16:26:00.000+05:302009-01-06T16:26:00.000+05:30चाहता और पूजता जिनको रहा मैं उम्र भरआज मेरे पास से...चाहता और पूजता जिनको रहा मैं उम्र भर<BR/>आज मेरे पास से गुजरे वही अन्जान से<BR/><BR/>दोस्ती हरगिज न करिये ऐसे लोगों से कभी<BR/>आंख से सुनते हैं जो और देखते हैं कान से<BR/><BR/>waah waah<BR/><BR/>कृष्ण को तो व्यर्थ ही बदनाम सबने कर दिया<BR/>राधिका का प्रेम तो था बांसुरी की तान से<BR/> mere liye sher poori gazal par bhari hai....!lekin Anita Di ki baat se bhi sahamat ki badnaam krishna kaha hue vo to radha bechari ne odhi apne upar badanaami ki choonarकंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-59435363614271606142009-01-06T13:15:00.000+05:302009-01-06T13:15:00.000+05:30कृष्ण को तो व्यर्थ ही बदनाम सबने कर दियाराधिका क...कृष्ण को तो व्यर्थ ही बदनाम सबने कर दिया<BR/>राधिका का प्रेम तो था बांसुरी की तान से<BR/><BR/>बहुत खूब ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-22900264694313917002009-01-06T09:50:00.000+05:302009-01-06T09:50:00.000+05:30पूछिये मत चांद सूरज छुप गये जाकर कहांडर गये हैं जु...पूछिये मत चांद सूरज छुप गये जाकर कहां<BR/>डर गये हैं जुगनुओं के तुगलकी फरमान से<BR/><BR/>दिल का टुकड़ा दे रहा है शुक्र उसका कीजिये<BR/>दान कोई भी बड़ा होता न कन्यादान से<BR/>===============================<BR/>नीरज जी,<BR/>ये शेर तो ...क्या कहूं ?<BR/>कमाल से भी बड़ी बात की मानिंद हैं.<BR/>सच...बेहद उम्दा...लाजवाब !<BR/>आप शायरी को जीती-जागती चेतना की<BR/>मिसाल बना देते हैं !...और सोच-समझ को<BR/>दुरुस्त करने वाला औजार भी !<BR/>=======================<BR/>आभार<BR/>डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-39009929140212701062009-01-06T01:49:00.000+05:302009-01-06T01:49:00.000+05:30vaah vaah karne ko mazboor hain ham venus kesarivaah vaah karne ko mazboor hain ham <BR/><BR/>venus kesariवीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-90302777872778325142009-01-05T20:29:00.000+05:302009-01-05T20:29:00.000+05:30नव वर्ष की बहुत शुभ कामनाएं....और पंकज जी की ये रच...नव वर्ष की बहुत शुभ कामनाएं....और पंकज जी की ये रचना बहुत पसंद आई.pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-90209901833739827452009-01-05T11:17:00.000+05:302009-01-05T11:17:00.000+05:30दिल का टुकड़ा दे रहा है शुक्र उसका कीजियेदान कोई भ...दिल का टुकड़ा दे रहा है शुक्र उसका कीजिये<BR/>दान कोई भी बड़ा होता न कन्यादान से....बहुत सुन्दर. दिल को छूने वाली पंक्तियां !! कभी हमारे शब्द-सृजन (www.kkyadav.blogspot.com) पर भी आयें.KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-65216614374504498232009-01-05T07:41:00.000+05:302009-01-05T07:41:00.000+05:30सब अच्छा लगा, सिर्फ वो कन्यादान वाला छोड़कर। कन्या...सब अच्छा लगा, सिर्फ वो कन्यादान वाला छोड़कर। कन्या कोई वस्तु नहीं दान के लिए। क्या करें मतलब आड़े आ ही जता है।वर्षाhttps://www.blogger.com/profile/01287301277886608962noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-44727629356554768552009-01-05T00:30:00.000+05:302009-01-05T00:30:00.000+05:30नीरज भाई,आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए, आप मुझ...नीरज भाई,<BR/><BR/>आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए, आप मुझसे न जाने क्यों रूठ गए हैं लेकिन आपको मैं अक्सर याद करता हूं। आपको नए साल की बधाई, भगवान करे आपको स्वस्थ और ख़ुशहाल माहौल मिले और आपकी ग़ज़लें इसी तरह ख़िले।Prakash Badalhttps://www.blogger.com/profile/04530642353450506019noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-20976712304058505932009-01-04T15:12:00.000+05:302009-01-04T15:12:00.000+05:30दिल का टुकड़ा दे रहा है शुक्र उसका कीजियेदान कोई भ...दिल का टुकड़ा दे रहा है शुक्र उसका कीजिये<BR/>दान कोई भी बड़ा होता न कन्यादान से<BR/><BR/>बहुत ही मार्मिक शेर<BR/><BR/>बहुत ख़ूबद्विजेन्द्र ‘द्विज’https://www.blogger.com/profile/16379129109381376790noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-76863699022799979392009-01-04T01:11:00.000+05:302009-01-04T01:11:00.000+05:30bahut khoob neeraj ji.bahut khoob neeraj ji.CHINMAYhttps://www.blogger.com/profile/01015457338668789608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-15001223341182555832009-01-04T01:04:00.000+05:302009-01-04T01:04:00.000+05:30कृष्ण को तो व्यर्थ ही बदनाम सबने कर दियाराधिका क...कृष्ण को तो व्यर्थ ही बदनाम सबने कर दिया<BR/>राधिका का प्रेम तो था बांसुरी की तान से'<BR/><BR/>बहुत ही सुंदर ग़ज़ल है...<BR/><BR/>बहुत ही सुंदर ग़ज़ल है...नए साल का आगाज़ इतनी सुंदर ग़ज़ल से कराया इस के लिए धन्यवाद<BR/>-नीरज जी और पंकज जी ,आप और आपके परिवार को नव वर्ष की शुभकामनाएं।Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-51421260532748010182009-01-03T21:25:00.000+05:302009-01-03T21:25:00.000+05:30नये साल मेँ, दोस्ती की ऐसी मिसाल , उम्दा शेर देशभक...नये साल मेँ, दोस्ती की ऐसी मिसाल , उम्दा शेर देशभक्ति, प्रेम,अलौकिक आनँद और कर्तव्यपरायणता की चरम सीमा "कन्यादान" की छवि लिये<BR/> इतने सुँदर शेर पँकज भाई और नीरज जी की दोस्ती के जरीये हम तक पहुँचे तो नया साल रँगीन हो गया !<BR/> बहुत सुँदर रहा ये प्रयास <BR/>"यशराज" बैनर ओफ नीरज जी"<BR/> यूँही हीट देता रहे :)<BR/>शुभकामना सहित,<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-11832192394555604102009-01-03T20:46:00.000+05:302009-01-03T20:46:00.000+05:30नीरज जी !मैं कान से देखता तो नहीं लेकिन आँख से सुन...नीरज जी !मैं कान से देखता तो नहीं लेकिन आँख से सुनता ज़रूर हूँ ,इसका मतलब आपकी आधी दोस्ती के लायक तो हूँ !मेरे ब्लॉग पर आने और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद,साथ ही नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँललितमोहन त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00016270901781656893noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-80143609230331004602009-01-03T20:12:00.000+05:302009-01-03T20:12:00.000+05:30दिल का टुकड़ा दे रहा है शुक्र उसका कीजियेदान कोई भ...दिल का टुकड़ा दे रहा है शुक्र उसका कीजिये<BR/>दान कोई भी बड़ा होता न कन्यादान से<BR/>बहुत ही सुंदर भाव लिये है आप की यह कविता. <BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-13518439200247813352009-01-03T19:29:00.000+05:302009-01-03T19:29:00.000+05:30सभी का आभार और धन्यवाद । मुझे भी नहीं पता था कि ब...सभी का आभार और धन्यवाद । मुझे भी नहीं पता था कि बस यूं ही आउटलुक के आउटबाक्स में टाइप कर के बनाये गये ये शेर कहां से कहां पहुंच जायेंगं । दरअस्ल में लिखने के मामले में मैं बहुत ही आलसी हूं । नीरज जी के ब्लाग पर ऐसा लगता है कि यशराज फिल्म्स का कान्ट्रेक्ट है यहां पर भी जो भी चीज आती है वो हिट हो जाती है । दरअस्ल में ये स्थान का प्रभाव होता है । फिर भी सभीने जो मान सम्मान दिया है उसके लिये आभार । कोशिश करूंगा कि कुछ बेहतर लिखने की कोशिश कर सकूं । नीरज जी की अपनी ग़ज़ल भी बहुत बेहतर है पर जाने क्यों उन्होंने उसे न लगा कर इन शेरों को लगा दिया । शायद नीरज जी उन लोगों में हैं जो दूसरों को खुशी देंकर खुशी मेहसूस करते हैं । वैसे तो इस प्रकार के प्राणी अब विलुप्त की श्रेणी में आ चुके हैं लेकिन फिर भी कुछ नीरज जी सरीखे हैं जो अब भी हमारी उम्म्ीदों को जिंदा रखे हैं । पुन: सबका धन्यवाद । नीरज जी को मैंने कहा है कि ये धुन मेरी पसंदीदा धुनों में हैं और मैंने उनको कहा है कि इस ग़ज़ल को अपनी आवाज़ में रिकार्ड्र करके मैं उनको भेजूंगा ।पंकज सुबीरhttps://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-49986040155175178252009-01-03T18:12:00.000+05:302009-01-03T18:12:00.000+05:30देरी के लिए मुआफी नीरज जी......आखिरी शेर जैसे किसी...देरी के लिए मुआफी नीरज जी......<BR/>आखिरी शेर जैसे किसी पिता के सीने से निकला है ......<BR/>ओर अब बात आपकी पिछली post की जिस पर मिष्टी की तस्वीर आपने लगाई है <BR/><BR/><BR/><BR/>नीरज जी ऊपर इस नन्हे फ़रिश्ते की तस्वीर ......पता नही इत्तिफकान एक बार जयपुर से शदाब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली लौटे वक़्त ऐसी ही एक नन्ही गुडिया मिली थी मुझे .....हम सभी डॉ एक कांफ्रेस से लौट रहे थे पर वो मेरी दोस्त हो गई ओर फ़िर पुरे रास्ते मेरे साथ रही.......<BR/><BR/>आपका ये शेर कातिलाना है.....कसम से <BR/>तनहा काटो तब पूछेंगे<BR/>होती है कितनी लम्बी शबडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-5482730653692465762009-01-03T17:59:00.000+05:302009-01-03T17:59:00.000+05:30गुरुदेव पंकज सुबीर जी की कृपा बनी रहे और हमें ऐसी ...गुरुदेव पंकज सुबीर जी की कृपा बनी रहे और हमें ऐसी ही शानदार गजलें पढऩे को मिलें।Publisherhttps://www.blogger.com/profile/01006958398741952904noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-70698682861364120202009-01-03T14:51:00.000+05:302009-01-03T14:51:00.000+05:30बहूत सुंदरबहूत सुंदरआशीष कुमार 'अंशु'https://www.blogger.com/profile/12024916196334773939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-18399138797264626552009-01-03T14:10:00.000+05:302009-01-03T14:10:00.000+05:30ab to ek hi baat ki itne sarvsheshd duvidha sabhi ...ab to ek hi baat ki itne sarvsheshd duvidha sabhi ko hoSamrendra Sharmahttps://www.blogger.com/profile/02205863005513141637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-74284194294624339692009-01-03T13:45:00.000+05:302009-01-03T13:45:00.000+05:30धर्म से करते हो जैसे, ज़ात से, परिवार सेवैसे थोड़ा...धर्म से करते हो जैसे, ज़ात से, परिवार से<BR/>वैसे थोड़ा प्यार करिये अपने हिन्दुस्तान से<BR/><BR/>बहुत खूब। नए साल में इतनी बेहतरीन शुरुआत। वाह। <BR/>नववर्ष की आपको और पकंज जी को हार्दिक शुभकामनाएं।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-52159378203442419742009-01-03T13:42:00.000+05:302009-01-03T13:42:00.000+05:30नीरज जी का ब्लौग,गुरू जी की गज़ल और नया साल...इसे क...नीरज जी का ब्लौग,गुरू जी की गज़ल और नया साल...इसे कहते हैं सोने पे सुहागा उअर हीरा-मोती भी...<BR/><BR/>गूरू जी के शेरों की तारीफ ये अदना-सा शिष्य क्या करे.....हम तो बस गुनते हैं,हां कृष्ण-राधा प्रेम का ये अनूठा बखान तो तमाम तारिफों से परे है,बसगौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-57285460399452369002009-01-03T13:37:00.000+05:302009-01-03T13:37:00.000+05:30wah...wah...khoobsurat evm lajawaab prastutisubeer...wah...wah...<BR/>khoobsurat evm lajawaab prastuti<BR/>subeer g ko pranam<BR/>aapko badhaiiiiiiiयोगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.com