tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post7007789966717309592..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: किताबों की दुनिया -15नीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger50125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-3278951853668876652009-08-31T00:55:55.060+05:302009-08-31T00:55:55.060+05:30Respected Neeraj bhayyia
Aaj main aapka blog dekh...Respected Neeraj bhayyia<br /> Aaj main aapka blog dekh rahi hoon aur yaqeen janiye ke bahut fakhr ho raha hai ke aap kitana behatreen kam kar rahe hain.I feel proud that u r my brother but....but.....but ...... whenever u post a comment on behalf of me plz keep my words as it is as ur laheja is different and my ANDAAZ IS DIFFERENT.........................ANDAAZ JUDA RAKHANA,PAHECHAAN TABHI HOGI SAHERA HO TERE ANDER GULSHAN HO BAYANON MEIN. THANX.लता 'हया'https://www.blogger.com/profile/10512517381147885252noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-52055349351241563552009-08-31T00:11:29.851+05:302009-08-31T00:11:29.851+05:30यायावर जी
नीरज जी के ब्लॉग पर आपके चुनिन्दा शेर प...यायावर जी <br />नीरज जी के ब्लॉग पर आपके चुनिन्दा शेर पढ़ करअभिभूत हुआ . आपकी शब्द साधना का आभिनंदन करता हूँ . नीरज जी सचमुच एक स्तुत्य कार्य कर रहे हैं . शब्द साधकों को उनके तपःस्थ जीवन को जन सामान्य के लिए सुलभ करा रहे हैं . आपके तेवरों में स्तब्ध कर देने वाला शब्द संयोजन उपस्तिथ है . मैं नहीं जानता किआप अपनी शब्द सामर्थ्य का क्या उपयोग करते हैं .किन्तु वर्तमान शब्द ऋषियों से मेरी प्रार्थना है कि वे राष्ट्र को दुखों से उबारने कि प्रेरणा देने वाले सृजन के लिए सार्थक भूमिका में सक्रिय हों .क्रियाशीलता का यह वृत्त छोटा हो सकता है किन्तु समाज के लिए जाग्रत आदर्श होगा .भारत के पूर्व राष्ट्रपति महामहिम अब्दुल कलाम साहब से एक छात्र ने पूछा था "हम आज किस आदर्श पुरुष का अनुकरण करें ?" आपको भी ज्ञात होगा कलाम साहब निरुत्तर थे .किन्तु मैं आप जैसे अनुभवसिद्धों के दैनिक कार्य कलापों को इस प्रश्न का उत्तर मानता हूँ .<br />तुलसी बाबा ने केवल प्रश्न ही खडे नहीं किये उनके समाधान भी प्रस्तुत किये यही कारन है कि वे जनजन में प्रतिष्ठित हैं <br />मैं जानता हूँ हममे तुलसी बाबा होने की लालसा नहीं होगी किन्तु आपका शब्द कर्म आपको उसी दिशा में ले जाने को आतुर है <br />आप उस की अवहेलना नहीं कर सकते <br />अंत में यही कहूँगा <br />एक मछली सारे तालाब को गन्दा कर सकती है तो एक कछुआ एक कुएं को तो साफ रख ही सकता है <br />आपकी शब्द साधना का पुनः पुनः अभिनन्दनUnknownhttps://www.blogger.com/profile/14503009212336443543noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-18060964686361886062009-08-30T18:15:10.404+05:302009-08-30T18:15:10.404+05:30आदरणीय नीरज भाई,
पहले तो आपकी पिछली गजल पर बधाई स्...आदरणीय नीरज भाई,<br />पहले तो आपकी पिछली गजल पर बधाई स्वीकार करे जो बहुत दिनों तक नेट से दूर रहने पर आज पढ़ पा रहा हूँ..साहबों पर लिखी गजल को मैंने अपने लिए सम्हाल के रख लिया है..यायावर जी के बारे में जानकारी प्राप्त कर अभिभूत हुआ...इसीतरह से पुस्तको और रचनाओं के बारे में जानकारी देते रहे हम आपको आभार देते रहेंगे..<br />पाखीप्रकाश पाखीhttps://www.blogger.com/profile/09425652140872422717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-10569787409963498712009-08-29T18:51:19.612+05:302009-08-29T18:51:19.612+05:30यह तो सीप मे छुपे हुए मोती हैं समन्दर की गोद मेंयह तो सीप मे छुपे हुए मोती हैं समन्दर की गोद मेंशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-25869348003840476672009-08-29T11:57:47.457+05:302009-08-29T11:57:47.457+05:30पीर जैसी पवित्र और
सुन्दर-सघन अपितु विरल प्रस्तुति...पीर जैसी पवित्र और<br />सुन्दर-सघन अपितु विरल प्रस्तुति.<br />=============================<br />आभार<br />डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-61992083465001618492009-08-28T19:47:10.790+05:302009-08-28T19:47:10.790+05:30अनूठी अभिव्यक्ति के धनी यायावर जी के काव्य से परिच...अनूठी अभिव्यक्ति के धनी यायावर जी के काव्य से परिचित कराने के लिये हार्दिक आभार।Dr. Amar Jyotihttps://www.blogger.com/profile/08059014257594544439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-13390029543154205992009-08-28T19:16:36.176+05:302009-08-28T19:16:36.176+05:30शानदार है..आपकी किताब चर्चा। इस पोस्ट को बहुत पहले...शानदार है..आपकी किताब चर्चा। इस पोस्ट को बहुत पहले पढ़ लिया था, लेकिन इंटरनेट की तकनीकी गड़गड़ी के चलते टिप्पणी से चूक गया था।Kulwant Happyhttps://www.blogger.com/profile/04322255840764168300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-48379254586920108462009-08-28T16:59:18.849+05:302009-08-28T16:59:18.849+05:30नमस्कार नीरज जी,
यायावर जी की रचनाओं से परिचय करवा...नमस्कार नीरज जी,<br />यायावर जी की रचनाओं से परिचय करवाने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया.Ankithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-73329858277101937302009-08-28T00:03:10.944+05:302009-08-28T00:03:10.944+05:30नीरज जी
आपको अपने ब्लॉग पर पा कर मैं ऐसा अनुभूत क...नीरज जी <br />आपको अपने ब्लॉग पर पा कर मैं ऐसा अनुभूत कर रहा हूँ जैसे मोगरे की एक शाख यहाँ भी महकने लगी है .आपके कार्यों की वाह वाही तो सारे साहित्य ब्लॉग जगत में हो रही है .ऐसे में मेरा एक स्वर क्या उपस्तिथि दर्ज़ कराएगा .फिर भी आपके समीक्छा कार्य का अभिनन्दन करता हूँ . क्षमा जी जैसी सवेदन शील और सर्वत जैसा गुनी जिसके प्रशन्श्कों में शामिल हो वः अद्भुत ही होगा <br />बधाईगर्दूं-गाफिलhttps://www.blogger.com/profile/18099843303913951602noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-1929341349118448032009-08-27T23:11:42.771+05:302009-08-27T23:11:42.771+05:30आदरणीय नीरज दा,
सच आप जो पुस्तक समीक्षा करते हैं न...आदरणीय नीरज दा,<br />सच आप जो पुस्तक समीक्षा करते हैं ना शायद वो ब्लाग पर अनूठी ही है हमने तो और नहीं देखी। आपका आभार कैसे व्यक्त किया जावे ? मालिक कभी आपसे मिलवा दे यही दुआ है। बस।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-82302725240250637102009-08-27T23:02:37.172+05:302009-08-27T23:02:37.172+05:30नीरज जी आज मैं धन्य हो गई कि आपने मुझे कुछ राय दी....नीरज जी आज मैं धन्य हो गई कि आपने मुझे कुछ राय दी..इतने दिन से मुझे इसी तरह कि टिप्पणी की तलाश थी कि कोई मेरी रचनाओं में सुधार करे..एक सर्वत जी दूसरे आप..मैंने अभी हाल ही में लिखना आरम्भ किया सोचा लिखूंगी तभी गलतियाँ पता चलेंगी..यदि आपके पास समय हो तो यूँ ही आपका स्वागत है मेरे ब्लॉग पर...मेरा मार्गदर्शन के लिए...आभारी रहूंगी...बहुत-बहुत धन्यवादअर्चना तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04130609634674211033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-87341215796323428202009-08-27T20:19:13.309+05:302009-08-27T20:19:13.309+05:30ग़ज़ल कहना ..... मरहब्बा
ग़ज़ल का सलीका....मरहब्बा
ग़...ग़ज़ल कहना ..... मरहब्बा <br />ग़ज़ल का सलीका....मरहब्बा <br />ग़ज़ल के तेवर ..... मरहब्बा <br />ग़ज़ल का फलसफा ... मरहब्बा <br />और .....<br />अदब की मुक्तलिफ़ तखलीक पर <br />आपकी नज़ारे-सानी ....मरहब्बा <br /><br />मुबारकबाद . . . .<br />---मुफलिस---daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-23964172378501953452009-08-27T17:31:36.125+05:302009-08-27T17:31:36.125+05:30Waah ek kitaab aur ............
bus ab jaldi se ma...Waah ek kitaab aur ............<br />bus ab jaldi se mangaati hoon<br /><br />waqayi bahut anuthe reddef hai aur<br />bahut naye shabdon ka prayog hai<br /><br />achha lagega inhe pura padhnaश्रद्धा जैनhttps://www.blogger.com/profile/08270461634249850554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-71430315911378269282009-08-27T15:39:00.531+05:302009-08-27T15:39:00.531+05:30Aapne pustak parichay Srinkhlaa ko nayaa aayaam di...Aapne pustak parichay Srinkhlaa ko nayaa aayaam diya hai.<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">-Zakir Ali ‘Rajnish’</a> <br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">{ Secretary-TSALIIM </a><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">& SBAI }</a>Science Bloggers Associationhttps://www.blogger.com/profile/11209193571602615574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-81034380149938966692009-08-27T14:32:06.671+05:302009-08-27T14:32:06.671+05:30झूठ को सच बनाइये साहब
ये हुनर सीख जाइये साहब
खाक ...झूठ को सच बनाइये साहब<br />ये हुनर सीख जाइये साहब<br /><br />खाक भी डालिये शराफत पर<br />आप दौलत कमाइये साहब<br /><br />भूख से बिलबिलाते लोगों को<br />कायदे मत सिखाइये साहब<br /><br />----- लाजवाब बातें सरल शब्दों में... वाह-वाह नीरज जी. <br /><br />सोचा पीछे के कमेन्ट आप नहीं पढेंगे और वो वहां पर देना बासी जैसा होगा... किताबों के प्रति आपका शौख़ काबिल-ए- तारीफ है जनाब... शुक्रिया नयी आमद का इतनी अच्छी जानकारी के लिए नीरज जी...सागरhttps://www.blogger.com/profile/13742050198890044426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-37909856106754434632009-08-26T22:49:09.519+05:302009-08-26T22:49:09.519+05:30aue ak achhi smeeksha .
abharaue ak achhi smeeksha .<br />abharशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-80556780391442476662009-08-26T16:31:21.635+05:302009-08-26T16:31:21.635+05:30Waakai Shaayri ka samandar paros diya aapne.
-Zaki...Waakai Shaayri ka samandar paros diya aapne.<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">-Zakir Ali ‘Rajnish’</a> <br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">{ Secretary-TSALIIM </a><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">& SBAI }</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-60605152397396605662009-08-26T08:22:01.809+05:302009-08-26T08:22:01.809+05:30हम तो कोरा भोजपत्र हैं
कुछ भी लिखिए आप व्यास हैं
...हम तो कोरा भोजपत्र हैं<br />कुछ भी लिखिए आप व्यास हैं <br /><br />ओह!! इतना सुंदर भाव!! और भी जो शेर आपने लगाये हैं उन्हे पढ़ने के बाद किस गज़ल-प्रेमी की इतनी हिम्मत है कि इस किताब को खरीदने से रोक पाये अपने-आप को। राम सनेही लाल शर्मा 'यायावर जी बहुत पसंद आये, इनसे मिलवाने का शुक्रिया।रविकांत पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/14687072907399296450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-35951779351049654692009-08-26T06:33:20.445+05:302009-08-26T06:33:20.445+05:30आपने बहुत ही अच्छी जानकारी दी है "सिप में समं...आपने बहुत ही अच्छी जानकारी दी है "सिप में समंदर" पुस्तक के बारे में! मुझे तो ये किताब अभी पढने का मन कर रहा है! ऑस्ट्रेलिया में बैठे बैठे आपके पोस्ट के दौरान एक अच्छे लेखक और पुस्तक से परिचित हुई ! बहुत बहुत धन्यवाद!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-57904262376760012512009-08-25T23:46:12.199+05:302009-08-25T23:46:12.199+05:30राम स्नेही जी को यत्र तत्र पढ़ती रही हूँ ...राम स्नेही जी को यत्र तत्र पढ़ती रही हूँ शायद ये कोइ पत्रिका भी निकलते हैं ....इनकी गज़लें कुछ अलग सी हट के हैं जिनको पढने का अलग ही मज़ा है ....और फिर जो आपकी कलम का माध्यम बन जाये वो यूँ ही तारीफ के काबिल हो जाती है ....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-72131034434914296992009-08-25T21:57:54.849+05:302009-08-25T21:57:54.849+05:30आदरणीय नीरज जी सादर प्रणाम,
ये पुण्य कहाँ जायेगा ....आदरणीय नीरज जी सादर प्रणाम,<br />ये पुण्य कहाँ जायेगा ..आपके इस अंदाज के बारे में क्या कहने... सनेही जी से मिलवाकर बहुत बड़ा काम किया है आपने... कल मेरी उनसे सिप में समुन्दर के लिए बात हुई है ... और बहुत जल्द वो मेरे तख्ते पे भी सजने वाली है ... बहुत ही बड़ा परोपकार मैं तो इसे मानता हूँ... <br /><br />आपका<br />अर्श"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-35231937603740915562009-08-25T20:40:48.994+05:302009-08-25T20:40:48.994+05:30रामसनेही जी किताब बहुत रोचक लग रही है. आपकि कलम से...रामसनेही जी किताब बहुत रोचक लग रही है. आपकि कलम से हर किताब रोचक ही लगती है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-81160957088118463882009-08-25T19:42:01.781+05:302009-08-25T19:42:01.781+05:30धूप, चांदनी कैद करेंगे अपनी अपनी मुठ्ठी में
लेकर ब...धूप, चांदनी कैद करेंगे अपनी अपनी मुठ्ठी में<br />लेकर बैठे हैं कुछ पागल ये अभियान दुकानों पर <br /><br />एक से बढ़कर रचनाएँ, बहुत ही सुन्दर<br />बधाई .... शुक्रिया <br /><br /><br />********************************<br /><b>C.M. को प्रतीक्षा है - चैम्पियन की</b> <br /><br />प्रत्येक बुधवार <br />सुबह 9.00 बजे C.M. Quiz <br />******************************** <br /><b><a href="http://cmindia.blogspot.com" rel="nofollow"> क्रियेटिव मंच </a></b>Creative Manchhttps://www.blogger.com/profile/06744589000725201971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-18985371277754953612009-08-25T18:57:20.025+05:302009-08-25T18:57:20.025+05:30Hamesha kee tarah hee khoobsurat smeeksha. sunder ...Hamesha kee tarah hee khoobsurat smeeksha. sunder rachnaen hum tak pahunchane ka shukriya.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-36157461301723545282009-08-25T18:12:04.882+05:302009-08-25T18:12:04.882+05:30सनेही जी को बधाई !!सनेही जी को बधाई !!प्रीतीश बारहठhttps://www.blogger.com/profile/02962507623195455994noreply@blogger.com