tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post6195233129284027471..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: बचपन की वो शैतानियांनीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger50125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-42758356892782279772009-10-10T21:45:12.238+05:302009-10-10T21:45:12.238+05:30देख हालत देश की रोकर शहीदों ने कहा
क्या यही दिन ...देख हालत देश की रोकर शहीदों ने कहा <br />क्या यही दिन देखने को हमने दीं कुर्बानियां<br /><br />जांबाज़ गौतम जी को नमन .....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-88938315654345303442009-10-10T21:45:02.341+05:302009-10-10T21:45:02.341+05:30देख हालत देश की रोकर शहीदों ने कहा
क्या यही दिन ...देख हालत देश की रोकर शहीदों ने कहा <br />क्या यही दिन देखने को हमने दीं कुर्बानियां<br /><br />जांबाज़ गौतम जी को नमन .....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-33813022364648634852009-10-08T19:56:01.928+05:302009-10-08T19:56:01.928+05:30होशियारी भी जरूरी मानते हैं हम मगर
लुत्फ़ आता ज़िन...होशियारी भी जरूरी मानते हैं हम मगर<br />लुत्फ़ आता ज़िन्दगी में जब करें नादानियाँ<br /><br />waah kya baat kahi hai <br /><br /><br />देख हालत देश की रोकर शहीदों ने कहा <br />क्या यही दिन देखने को हमने दीं कुर्बानियां<br />hmm sach kahte hain rooh dukhti hogi <br /><br /><br />तेरी यादें तितलियां बन कर हैं हरदम नाचतीं <br />चैन लेने ही नहीं देतीं कभी मरजानियां <br /><br /><br />marjaaniyan waah ............<br /><br />तब रहा करता था बरसों याद सबको हादसा<br />अब नहीं होती किसी को जान कर हैरानियाँ<br /><br />kitna ajeeb hai n ham itni jaldi har cheez ke aadi ho jaate hain<br /><br /><br />bahut hi shaandaar gazalश्रद्धा जैनhttps://www.blogger.com/profile/08270461634249850554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-58142800913922120872009-10-08T08:38:47.952+05:302009-10-08T08:38:47.952+05:30जिंदगी की राह में हो जायेंगी आसानियां
मुस्कुराएं...जिंदगी की राह में हो जायेंगी आसानियां <br />मुस्कुराएं याद कर बचपन की वो शैतानियां <br /><br />Kya kahoon<br />Neeraj Bhai ki gazal par koi tippni n karna khud ko mehfooz rakhna hai<br /><br />Shaan mein bas...<br />ढेर से तोहफ़े हमें देती है हर पल ज़िंदगी <br />मिट गई है इस तरह अपनी सभी दुश्वारियाँ <br />Devi nangraniDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-13499307462571516032009-10-05T15:17:57.292+05:302009-10-05T15:17:57.292+05:30बहुत खूबसूरत गजल. गौतम जी हमारे लिए प्रेरणास्रोत ह...बहुत खूबसूरत गजल. गौतम जी हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं. वे तो खुद शेर हैं. ऐसे शेर के लिए जितनी गजलें लिखी जाय, कम ही होंगी. <br /><br />वे तो खुद भी कहते हैं कि;<br /><br />पाल ले कोई रोग नादाँ ज़िन्दगी के वास्ते <br />सिर्फ सेहत के सहारे ज़िन्दगी कटती नहीं.<br /> <br />और यह शेर पूरी दुनियाँ को राह दिखायेगा.<br /><br />बरकतें खुलकर बरसतीं उन पे हैं "नीरज" सदा <br />मानते हैं बेटियों को जो घरों की रानियाँShivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-33464026236618513582009-10-05T14:15:05.374+05:302009-10-05T14:15:05.374+05:30नमस्कार नीरज जी,
गौतम जी जल्द ही स्वस्थ हो जायेंगे...नमस्कार नीरज जी,<br />गौतम जी जल्द ही स्वस्थ हो जायेंगे हम सब लोगों की दुआएं उनके साथ सदैव बनी थी, बनी हैं और बनी रहेंगी.<br />ग़ज़ल बहुत खूबसूरत है और ज्यादा बेहतरीन हो गई है क्योंकि इसमें बचपन की बातें और ज़िक्र आ गया है, वही बचपन का भोलापन और सच्चाई हर शेर में झलक रही है.Ankithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-59542251891025244772009-10-05T10:35:51.336+05:302009-10-05T10:35:51.336+05:30बस चुप हूं नीरज इस स्नेह-वर्षा पर, मिष्टी की तस्वी...बस चुप हूं नीरज इस स्नेह-वर्षा पर, मिष्टी की तस्वीर पर और ग़ज़ल की अनोखी बुनाई पर....गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-65550901314366359512009-10-05T10:05:57.896+05:302009-10-05T10:05:57.896+05:30बहुत ही ख़ूबसूरत और लाजवाब रचना लिखा है आपने! इस बे...बहुत ही ख़ूबसूरत और लाजवाब रचना लिखा है आपने! इस बेहतरीन पोस्ट के लिए ढेर सारी बधाइयाँ!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-80963235800329233172009-10-04T11:55:11.305+05:302009-10-04T11:55:11.305+05:30देख हालत देश की रोकर शहीदों ने कहा
क्या यही दिन द...देख हालत देश की रोकर शहीदों ने कहा<br />क्या यही दिन देखने को हमने दीं कुर्बानियां.<br /><br /><br /><br />बहुत सुन्दर ग़ज़ल के लिये आभार<br />.<br /><br />बधाई.<br /><br />बहुत दिनों बाद इधर आना हो पाया लेकिन अब नियमित रूप से आता रहूँगा.द्विजेन्द्र ‘द्विज’https://www.blogger.com/profile/16379129109381376790noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-618518879451973912009-10-03T12:32:15.991+05:302009-10-03T12:32:15.991+05:30vमेजर गौतम को हमारा सलाम --बहुत संतोष होता है किस...vमेजर गौतम को हमारा सलाम --बहुत संतोष होता है किसी फौजी को कुछ सम्मान मिलते देख .इस सुंदर रचना के लिए बधाई ।Premhttps://www.blogger.com/profile/04287507321645463368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-25419546230177274382009-10-02T21:36:52.822+05:302009-10-02T21:36:52.822+05:30तब रहा करता था बरसों याद सबको हादसा
अब नहीं होती क...तब रहा करता था बरसों याद सबको हादसा<br />अब नहीं होती किसी को जान कर हैरानियाँ<br /><br />हुज़ूर !<br />आपके ब्लॉग पर आना , ग़ज़ल पढ़ना <br />एक अजीब-सी उलझन में डाल देता है <br /><br />वो उलझन ये <br />क समझ में ही नहीं आता <br />क किस शेर की तारीफ़ ना की जाए <br />हर शेर अपने आप में <br />ला-जवाब , <br />दिल-फरेब <br />और....<br />"मरजानियाँ" का इस्तेमाल तो बस <br />नीरज की ही क़लम का कमाल हो सकता है <br />मुबारकबाद कुबूल फरमाएं <br /><br />मेजर गौतम के लिए हम सब दुआगो हैं ...आमीन... <br /><br />---मुफलिस---daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-50527461681609906782009-10-02T19:54:32.200+05:302009-10-02T19:54:32.200+05:30बहुत मेहनत से लिखते हैं आप!बहुत मेहनत से लिखते हैं आप!मुकेशhttps://www.blogger.com/profile/13092668485077786266noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-61153659160457696892009-10-02T08:59:03.416+05:302009-10-02T08:59:03.416+05:30ये इश्क़ की कहानियां, ये रसभरी जवानियां
उधर से मे...ये इश्क़ की कहानियां, ये रसभरी जवानियां <br />उधर से मेहरबानियां, इधर से लन्तरानियां <br /><br /><br />बेहद उम्दा रचना<br /><br /><br />http://rohitler.wordpress.comOmnivocal Loserhttps://www.blogger.com/profile/01131775695250814996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-33836401700642094332009-10-02T06:51:58.559+05:302009-10-02T06:51:58.559+05:30आदरणीय नीरज जी,
गज़ल इतनी सुंदर है कि मैं सोच में प...आदरणीय नीरज जी,<br />गज़ल इतनी सुंदर है कि मैं सोच में पड़ गया हूं-"करूं तारीफ़ मुरली की या मुरलीधर कन्हैया की"<br />गज़ल के गुन गाऊं या गज़ल लिखने वाले की? फिलहाल दोबारा पढ़ने का आनंद लेता हूं...रविकांत पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/14687072907399296450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-42165647595200432082009-10-01T22:27:22.263+05:302009-10-01T22:27:22.263+05:30गौतम भाई के लिए समर्पित यह पोस्ट वाकई इसके लिए कुछ...गौतम भाई के लिए समर्पित यह पोस्ट वाकई इसके लिए कुछ कहना मेरे पास तो शब्द नहीं है .. वेसे भी आप तो उस्ताद शाईर है कुछ भी कहना मुनासिब नहीं होता ... हर शे'र खुद बोल रहा है ... जैसे बगल से मिष्टी बिटिया आवाज़ लगा रही हो और खुद गुनगुना रही हो... इस ग़ज़ल को.. मिष्टी बेटा को ब्लॉग पे बड़ा होता देख ही मन को बहुत ख़ुशी देता है बहुत बहुत आर्शीवाद नन्ही ब्लॉग परी को ... और आपको सलाम करता चलूँ...<br /><br />अर्श"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-45374198969011344892009-10-01T11:15:33.482+05:302009-10-01T11:15:33.482+05:30गौतम जी के लिए शुभकामनाये ...
देख हालत देश की रोक...गौतम जी के लिए शुभकामनाये ...<br /><br />देख हालत देश की रोकर शहीदों ने कहा<br />क्या यही दिन देखने को हमने दीं कुर्बानियां<br /><br />हर शेर में बहुत ही गहरी बात छुपी है ......दिल को झकझोर देने वाली .....<br /><br />ऐसे ही लिखते रहिये नीरज जी ...लेखनी से निकली ये बाते समाज पर जरूर कुछ असर छोडेंगी .Nipun Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/16960357101414101878noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-26388492589048915462009-10-01T00:58:29.567+05:302009-10-01T00:58:29.567+05:30बस यह ग़ज़ल तो मोगरे की डाली हो गयी..गौतम साहब के जि...बस यह ग़ज़ल तो मोगरे की डाली हो गयी..गौतम साहब के जिक्र से..<br /><br />होशियारी भी जरूरी मानते हैं हम मगर<br />लुत्फ़ आता ज़िन्दगी में जब करें नादानियाँ<br /><br />बहुत उम्दा अश‘आर..एक से एकअपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-36482877091974699342009-10-01T00:55:40.701+05:302009-10-01T00:55:40.701+05:30This comment has been removed by the author.अपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-72494891790475304602009-10-01T00:55:21.058+05:302009-10-01T00:55:21.058+05:30Gajal bahut achchee hai . aapka highlighted sher t...Gajal bahut achchee hai . aapka highlighted sher to lajawab hai hee par ue mera pasadeeda haiबरकतें खुलकर बरसतीं उन पे हैं "नीरज" सदा<br />मानते हैं बेटियों को जो घरों की रानियाँAsha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-36622234743436450982009-09-30T18:22:47.517+05:302009-09-30T18:22:47.517+05:30गजल बहुत ही अच्छी लगी ..गौतम जी जल्दी अच्छे हो जाए...गजल बहुत ही अच्छी लगी ..गौतम जी जल्दी अच्छे हो जाए यही दुआ है मेरी भी ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-58090079340088617582009-09-30T16:00:52.855+05:302009-09-30T16:00:52.855+05:30तब रहा करता था बरसों याद सबको हादसा
अब नहीं होती क...तब रहा करता था बरसों याद सबको हादसा<br />अब नहीं होती किसी को जान कर हैरानियाँ<br /><br />जी हुजूरी जब तलक है तब तलक वो आपका<br />फेर लेता है नज़र जब भी हों ना-फर्मानियाँ<br />नीरज जी ,<br />बेहतरीन!!आपको बधाई!!Prem Farukhabadihttps://www.blogger.com/profile/05791813309191821457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-81148268434580708912009-09-30T05:49:00.012+05:302009-09-30T05:49:00.012+05:30फर्ज़, देश की अस्मिता की खातिर प्राणों की बजी लगान...फर्ज़, देश की अस्मिता की खातिर प्राणों की बजी लगाने वाले जवान एक तरफ, देश की अस्मिता को गिरवी रख देने पर तुले सियासतदान एक तरफ. आप के जज्बे को सलाम. आप और कुछ लोगों ने गौतम राजरिशी को याद तो किया. यहाँ जो हालात हैं उन पर मुझे अपने एक मित्र का शेर याद आता है-<br />अमर शहीदों के घर का वतन में है वो हाल <br />जो जह्नो-दिल से तिरंगा उतार देता है.<br />आपकी गजल की कोई प्रशंसा नहीं करूंगा. हीरे को हीरा ही कहा जाता है, न भी कहा जाये तो उसकी चमक ही बता देने के लिए काफी है.सर्वत एम०https://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-81087723331452689802009-09-30T01:09:15.777+05:302009-09-30T01:09:15.777+05:30कहीं पर दाद देनी हो, कहीं पर बात करनी हो..अक्सर दे...कहीं पर दाद देनी हो, कहीं पर बात करनी हो..अक्सर देर कर देता हूँ मैं..<br />कहीं पढ़ने को जाना हो, कहीं पर टिपटिपाना हो..अक्सर देर देता हूँ मैं.<br /><br /><br />-किसी बड़े शायर की तर्ज ही है जी!! :)<br /><br />मेजर को सलाम!!<br /><br />आप को बधाई!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-33927346515164507352009-09-29T22:36:47.684+05:302009-09-29T22:36:47.684+05:30नीरज भाई
ग़ज़ल में नए नए प्रयोग हैं शब्द हैं जो ग़ज़ल...नीरज भाई <br />ग़ज़ल में नए नए प्रयोग हैं शब्द हैं जो ग़ज़ल में किसी ने इस्तेमाल नहीं किये हैं <br />आपके अंदर छुपा ग़ज़लकार हर शेर को ज़बान दे जाता है ऐसा लगता है के <br />शेर पढ़ा नहीं जा रहा बल्के सुना जा रहा है <br />यू स्पीक थ्रू दी माउथ आफ़ यौर पेन <br /><br />तेरे लहजे की खनक ऐसे फजाओं में घुली <br />घंटियाँ बजती हों जैसे कहीं बुतखानो में <br /><br />चाँद शुक्ला हदियाबादी <br />डेनमार्कhaidabadihttps://www.blogger.com/profile/00389775957099138608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-13916388467761703772009-09-29T17:19:32.848+05:302009-09-29T17:19:32.848+05:30बरकतें खुलकर बरसतीं उन पे हैं "नीरज" सदा...बरकतें खुलकर बरसतीं उन पे हैं "नीरज" सदा<br />मानते हैं बेटियों को जो घरों की रानियाँ <br />नीरज जी <br />आपके ख्याल बहुत ही सुन्दर ही नही अति सुन्दर है उपरोक्त शेर यही बताती है कि आप एक सुन्दर विचार के इन्सान हो जिसको मै नमन करता हूँ,मुझे भी यही लगता है कि लड्कियो से ही यक दुनिया सुन्दर बनती है और घरो मे रौनक .....प्यार और स्नेह इनका अधिकार है! बाकी के सभी शेर लाज़वाब है ...........ढेरो बधाई!ओम आर्यhttps://www.blogger.com/profile/05608555899968867999noreply@blogger.com