tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post5639304605962065219..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: थम सा गया है वक्तनीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger57125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-28266629812454330152010-07-15T12:22:22.629+05:302010-07-15T12:22:22.629+05:30अहा, क्या खूबसूरत मिसरे पिरोये हैं आपने इस ग़ज़ल में...अहा, क्या खूबसूरत मिसरे पिरोये हैं आपने इस ग़ज़ल में और वो जब निखार के शेर बन रहे हैं तो कमाल कर रहे हैं,<br /><br />चल तो रहा है फिर भी मुझे ये गुमाँ हुआ<br />थम सा गया है वक्त तेरे इन्तजार में<br /><br />वाह नीरज जी, मिसरा-ए-उला में "हौले से आ छुआ" का जादू तो मेरे सर पे चढ़ गया है..........................<br /><br />जब भी तुम्हारी याद ने हौले से आ छुआ<br />कुछ राग छिड़ गये मेरे मन के सितार में<br /><br />सच बयानी और हालात को सामने रखता हुआ ये शेर दोनों चीज़ें कितनी आसानी से कह रहा है. ये करिश्मा आपकी कलम से ही हो सकता है,<br /><br />किस्मत कभी तो पलटेंगे नेता गरीब की<br />कितनों की उम्र कट गयी इस एतबार मेंAnkithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-24158641188595096722010-07-05T21:01:05.835+05:302010-07-05T21:01:05.835+05:30नीरज साब...!
क्या असर है मतले का...कि पढने के बाद...नीरज साब...!<br /><br />क्या असर है मतले का...कि पढने के बाद कुछ देर बजाय अगले शे'र पर उतरने के वो मंजर सोचता रहा...<br /><br />मछली बाज़ार....और उसमें कहीं से भी इत्र की खुशबू आने की गुंजाइश...<br /><br />हैरान हूँ..<br /><br /><br /><br />दुश्वारियां हयात की सब भूल भाल कर<br />मुमकिन नहीं है डूबना तेरे खुमार में<br /><br /><br />बेहद बेहद हसीं शे'र...<br /><br />और ये तितलियों वाला शे'र भी कहीं ले चला है....manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-11242419421286931622010-07-04T08:41:02.419+05:302010-07-04T08:41:02.419+05:30अहा...एक लंबे अर्से के बाद अपने प्रिय शायर की कोई ...अहा...एक लंबे अर्से के बाद अपने प्रिय शायर की कोई ग़ज़ल पढ़ रहा हूं।<br /><br />"जब भी तुम्हारी याद ने हौले से आ छुआ<br />कुछ राग छिड़ गये मेरे मन के सितार में"<br /><br />एक खूबसूरत शेर नीरज जी...रट लिया है, इधर-उधर मारने के लिये :-)<br /><br />और मक्ते पे अलग से दाद।गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-60706289328751246552010-07-02T07:09:28.274+05:302010-07-02T07:09:28.274+05:30नीरज जी बहुत अच्छी लगी आपकी यह ग़ज़ल..उम्दा शेर......नीरज जी बहुत अच्छी लगी आपकी यह ग़ज़ल..उम्दा शेर...बधाई हो साथ साथ तिलक जी को भी शुक्रिया..विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-53417912227742922502010-07-02T00:53:15.605+05:302010-07-02T00:53:15.605+05:30इसको कहूँ भला कि मैं उम्दा इसे कहूँ
हर शेर लाजवाब...इसको कहूँ भला कि मैं उम्दा इसे कहूँ <br />हर शेर लाजवाब है मैं कशमकश में हूँ .लता 'हया'https://www.blogger.com/profile/10512517381147885252noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-34214190272001063812010-06-28T19:25:39.327+05:302010-06-28T19:25:39.327+05:30इस ब्लॉग को मैं नियमित रूप से पढ़ता हूँ। लेकिन नीर...इस ब्लॉग को मैं नियमित रूप से पढ़ता हूँ। लेकिन नीरज जी आज तक मैंने आपकी कुछ गजलें ही पढ़ी हैं। 'वक्त थम गया है' ग़ज़ल के चौथे शेर से मैं समझ गया था कि यह नीरज जी की ग़ज़ल होगी। जब इसकी सत्यता का भान हुआ तो वाकई बहुत खुशी हुई। किसी दिन 2 शब्द मेरे फीडबैक पर लिख देंगे तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा।vishalhttps://www.blogger.com/profile/12747208755957238186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-40280108784372452762010-06-28T18:03:11.444+05:302010-06-28T18:03:11.444+05:30मुझे पता है कि मैं पहले यहाँ कमेण्ट कर चुका हूँ - ...मुझे पता है कि मैं पहले यहाँ कमेण्ट कर चुका हूँ - मगर दिल ही तो है - जो "मछली बज़ार" तक खिंचा चला आया। जल्दी में हूँ - निकलता हूँ - मगर कहे जाता हूँ - !Himanshu Mohanhttps://www.blogger.com/profile/16662169298950506955noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-7394538777655617862010-06-27T23:58:20.660+05:302010-06-27T23:58:20.660+05:30har ek sher bahut achchha laga...aisa likhne ke li...har ek sher bahut achchha laga...aisa likhne ke liye badhaiAvinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-22791610793102582062010-06-27T13:55:58.480+05:302010-06-27T13:55:58.480+05:30जब भी तुम्हारी याद ने हौले से आ छुआ
कुछ राग छिड़ ग...जब भी तुम्हारी याद ने हौले से आ छुआ<br />कुछ राग छिड़ गये मेरे मन के सितार में<br />.....आपने नहीं, इस गज़ल ने फिर बुलाया है हमें.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-26477846792428694522010-06-27T12:06:56.427+05:302010-06-27T12:06:56.427+05:30वो जानते हैं खेल में होता है लुत्फ़ क्या
जिनको न क...वो जानते हैं खेल में होता है लुत्फ़ क्या<br />जिनको न कोई फर्क हुआ जीत हार मेंS.M.Masoomhttps://www.blogger.com/profile/00229817373609457341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-87922051609533228862010-06-27T10:50:19.956+05:302010-06-27T10:50:19.956+05:30Bahut acchee lagee aap ke gazal.Bahut acchee lagee aap ke gazal.Shabad shabad https://www.blogger.com/profile/09078423307831456810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-12821784270013990812010-06-26T14:21:22.332+05:302010-06-26T14:21:22.332+05:30चल तो रहा है फिर भी मुझे ये गुमाँ हुआ
थम सा गया है...चल तो रहा है फिर भी मुझे ये गुमाँ हुआ<br />थम सा गया है वक्त तेरे इन्तजार में<br /><br />जब भी तुम्हारी याद ने हौले से आ छुआ<br />कुछ राग छिड़ गये मेरे मन के सितार में<br /><br />adbhut rachna badhai ho sirTapashwani Kumar Anandhttps://www.blogger.com/profile/07541666638279554388noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-18399147462956904872010-06-26T14:11:06.471+05:302010-06-26T14:11:06.471+05:30आदरणीय वड्डे पाप्पाजी
प्रणाम !
बहुत दिन बाद आपकी ...आदरणीय वड्डे पाप्पाजी<br /> प्रणाम !<br />बहुत दिन बाद आपकी गज़ल पढी है। <br />"वो जानते हैं खेल में होता है लुत्फ़ क्या<br />जिनको न कोई फर्क हुआ जीत हार में "<br />लगता है की कुछ बहुत खास जिंदगी से जो निकल गया था वो वापस मिल गया है.<br />इस वक़्त यही अहसास हो रहा है.<br />अति सुन्दर!बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-61682101326736497442010-06-26T14:04:59.064+05:302010-06-26T14:04:59.064+05:30बहुत सुन्दर और सठिक रचना लिखा है आपने जो काबि...बहुत सुन्दर और सठिक रचना लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! उम्दा प्रस्तुती!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-15734734956908443072010-06-26T13:56:12.267+05:302010-06-26T13:56:12.267+05:30aapaka ye rang sabse ziyada achchhaa lagta hai.
au...aapaka ye rang sabse ziyada achchhaa lagta hai.<br />aur ye sher bahut gahara hai-<br />वो जानते हैं खेल में होता है लुत्फ़ क्या<br />जिनको न कोई फर्क हुआ जीत हार मेंसंजीव गौतमhttps://www.blogger.com/profile/00532701630756687682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-59442017187554823342010-06-24T15:54:37.925+05:302010-06-24T15:54:37.925+05:30आपकी गजलें पढते समय सचमुच मन करता है कि वक्त थम जा...आपकी गजलें पढते समय सचमुच मन करता है कि वक्त थम जाए।<br />---------<br />क्या आप बता सकते हैं कि इंसान और साँप में कौन ज़्यादा ज़हरीला होता है? <br />अगर हाँ, तो फिर चले आइए <a href="http://ss.samwaad.com/" rel="nofollow"> रहस्य और रोमाँच से भरी एक नवीन दुनिया </a> में आपका स्वागत है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-27103329858257016892010-06-24T07:21:32.258+05:302010-06-24T07:21:32.258+05:30बेहतरीन गजल.
हर एक शेर लाजवाब बन पड़े हैं...क्या म...बेहतरीन गजल.<br />हर एक शेर लाजवाब बन पड़े हैं...क्या मतला क्या मक्ता..वाह!<br />आप दूसरों की किताबें मन से पढ़ते हैं और उनपर अपनी समीक्षा लिखते हैं..इस गजल को पढ़कर ऐसा लगा कि आप पर सबकी दुआओं का असर है.<br /><br />होगी तलाशे इत्र ये मछली बज़ार में<br />निकले तलाशने जो वफ़ा आप प्यार में<br />...यह कटाक्ष जोरदार है.देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-44933665901742420422010-06-23T19:12:59.607+05:302010-06-23T19:12:59.607+05:30किस्मत कभी तो पलटेंगे नेता गरीब की
कितनों की उम्र ...किस्मत कभी तो पलटेंगे नेता गरीब की<br />कितनों की उम्र कट गयी इस एतबार में .....बहुत शानदार ग़ज़लअर्चना तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/04130609634674211033noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-77909124804081088052010-06-23T15:50:40.559+05:302010-06-23T15:50:40.559+05:30"लगता है तुम भी साथ हो अबके बहार में"
ख़..."लगता है तुम भी साथ हो अबके बहार में"<br /><br />ख़ुश्बुओं से ख़ूब रिश्ता आपका<br />महके मुस्तक़बिल-गुज़िश्ता आपका<br /><br />मोगरा है, रातरानी या गुलाब<br />कौन अल'बेला' फ़रिश्ता आपका!<br /><br />ख़ूब!Himanshu Mohanhttps://www.blogger.com/profile/16662169298950506955noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-75537290493948095392010-06-23T10:10:09.407+05:302010-06-23T10:10:09.407+05:30तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ अपने गुरु देव प्राण साहब...तहे दिल से शुक्रगुजार हूँ अपने गुरु देव प्राण साहब का और छोटे भाई शाहिद का जिन्होंने ग़ज़ल के दो एक शेर की कमियों की और इशारा ही नहीं किया बल्कि उन्हें ठीक करने की तजवीज भी भेजी जिसे मैंने अपना लिया है.<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-33461220377409347502010-06-23T06:09:13.903+05:302010-06-23T06:09:13.903+05:30क्या बात है ..बहुत खूब ! यूँ तो हर शेर में बात है ...क्या बात है ..बहुत खूब ! यूँ तो हर शेर में बात है लेकिन मतला तो लाजवाब है.<br /><br />होगी तलाशे इत्र ये मछली बज़ार में<br />निकले तलाशने जो वफ़ा आप प्यार मेंشہروزhttps://www.blogger.com/profile/02215125834694758270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-13506269757966133682010-06-23T00:04:57.293+05:302010-06-23T00:04:57.293+05:30आदरणीय नीरज जी आदाब
शायरी की परम्परा को निभाते हुए...आदरणीय नीरज जी आदाब<br />शायरी की परम्परा को निभाते हुए<br />आपने हमेशा परम्परा से हटकर<br />ऐसा कुछ दिया है, जो अलग ही जहान में ले जाता है.<br />पेश की गई ग़ज़ल के सभी शेर बहुत खूबसूरत हैं...<br />मतला और मक़ता लाजवाब हैं.शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-65328910003608929952010-06-22T19:29:28.480+05:302010-06-22T19:29:28.480+05:30अपनी तरफ से भी सदा पड़ताल कीजिये
यूँ ही यकीं करें ...अपनी तरफ से भी सदा पड़ताल कीजिये<br />यूँ ही यकीं करें न किसी इश्तिहार में <br /><br /><br />ईमानदारी से कहूँ...तो पिछले कई पोस्टो में कुछ बेहतरीन शेर मुझे चुनने हो तो मै इसे चूनुगा......डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-75090253094023765022010-06-22T18:18:13.123+05:302010-06-22T18:18:13.123+05:30ये तितलियों के रक्स ये महकी हुई हवा
लगता है तुम भी...ये तितलियों के रक्स ये महकी हुई हवा<br />लगता है तुम भी साथ हो अबके बहार में<br /><br />ati-sundar !! bahut khoob hai yih she'r aur khoobsurat matla bhii...सतपाल ख़यालhttps://www.blogger.com/profile/18211208184259327099noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-81893112099331946422010-06-22T17:30:10.057+05:302010-06-22T17:30:10.057+05:30कोशिशें ही कामयाब होती हैं नीरज जी........कोशिशें ही कामयाब होती हैं नीरज जी........Usha Girihttps://www.blogger.com/profile/15370565796073690220noreply@blogger.com