tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post505887811876842252..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: किताबों की दुनिया - 36नीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger43125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-3023704029832347472010-09-30T13:23:51.047+05:302010-09-30T13:23:51.047+05:30"बाल स्वरुप राही" साहब को जितना पढ़ा है उ..."बाल स्वरुप राही" साहब को जितना पढ़ा है उन्हें और पढने की इच्छा बढ़ी है, ये जादू है उनके अशआरों का और उनकी कलम का.<br />बुद्धिजीवी फिर इकठ्ठे हो गए<br />फिर ज़रूरी प्रश्न टाले जायेंगे<br /><br />जिनकी कोशिश है कि कुछ बेहतर करें<br />नाम उनके ही उछाले जायेंगे<br /><br />हर शेर का असर इतना है कि उसे कम से कम चार से पांच बार पढ़ रहा हूँ.<br />हम पर दुःख का परबत टूटा तब हमने दो चार कहे<br />उस पे भला क्या बीती होगी जिसने शेर हज़ार कहेAnkithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-70340417425830155742010-09-13T12:38:30.654+05:302010-09-13T12:38:30.654+05:30adarneeya neeraj bhai,
aap ki pustak sameeksha pad...adarneeya neeraj bhai,<br />aap ki pustak sameeksha padhi ,anand aagaya .waise aapney shuruat ke liye bahut hi umda sher chuna.Kuch bhi ho aap jo bhi likhtey hai ,wahi shreshtha ho jata hai.<br />Hardik abhaar,<br />sader,<br />bhoopendra<br />rewa mpडॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंहhttps://www.blogger.com/profile/07345306084462566690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-6338936000342164432010-09-10T03:51:58.344+05:302010-09-10T03:51:58.344+05:30नीरज जी आपके ब्लॉग पर ज्यादा आना-जाना हो नहीं पाता...नीरज जी आपके ब्लॉग पर ज्यादा आना-जाना हो नहीं पाता लेकिन कोशिश करता हूँ कि किताबों की आपकी ये सीरीज न छूटे...<br /><br />इस सीरीज की हर एक पोस्ट संजोकर रखने के लिये है.. <br /><br />आज का अपना हिस्सा ले जा रहा हूँ<br />"बुद्धिजीवी फिर इकठ्ठे हो गए<br />फिर ज़रूरी प्रश्न टाले जायेंगे<br /><br />जिनकी कोशिश है कि कुछ बेहतर करें<br />नाम उनके ही उछाले जायेंगे।"<br /><br />आभार!!Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-24161770554519625952010-09-04T20:47:48.818+05:302010-09-04T20:47:48.818+05:30बेहद प्रभावित करने वाला लेखन लगा राही साहब का। आपक...बेहद प्रभावित करने वाला लेखन लगा राही साहब का। आपका कोटिशः आभार इस पुस्तक से हमारा परिचय कराने के लिए।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-85019100653522310882010-09-03T15:07:18.471+05:302010-09-03T15:07:18.471+05:30bus sir ab kya kahe,,, sab ke sab gazlen ek se bad...bus sir ab kya kahe,,, sab ke sab gazlen ek se badhkar ek hain...very nice...rakuhttps://www.blogger.com/profile/04806858046481574026noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-60428932724789430492010-09-02T22:08:18.470+05:302010-09-02T22:08:18.470+05:30ढूंढ रहे हो गाँव गाँव में जा कर किस सच्चाई को
सच त...ढूंढ रहे हो गाँव गाँव में जा कर किस सच्चाई को<br />सच तो सिर्फ वही होता है जो दिल्ली दरबार कहे<br /><br />- तीखा व्यंग्य !hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-1674204119114259932010-09-02T21:03:52.973+05:302010-09-02T21:03:52.973+05:30एक धागे का साथ देने को
मोम का रोम रोम जलता है
बाऊ...एक धागे का साथ देने को<br />मोम का रोम रोम जलता है<br /><br />बाऊ जी,<br />ये वाला स्टैंड आऊट करता है! <br />आशीष<br />-- <br />अब मैं ट्विटर पे भी!<br />https://twitter.com/professorashishसूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼https://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-63322601419524945432010-09-02T09:04:37.956+05:302010-09-02T09:04:37.956+05:30आपको एवं आपके परिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की ह...आपको एवं आपके परिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें !<br />बहुत बढ़िया !Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-55389450298439129442010-09-01T23:08:34.827+05:302010-09-01T23:08:34.827+05:30एक धागे का साथ देने को
मोम का रोम-रोम जलता है
kit...एक धागे का साथ देने को<br />मोम का रोम-रोम जलता है<br /><br />kitne sundar sher hain...ab rahi ji ko aur padhne ka man kar raha hai. sare sher lajavaab hain.pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-66521876209798852692010-09-01T19:11:14.161+05:302010-09-01T19:11:14.161+05:30Sunder shyari aur ek mukammal shayar Bal swaroop R...Sunder shyari aur ek mukammal shayar Bal swaroop Rahee ji se parichay karane ka abhar. Kamal ke sher hain.<br />लगे जब चोट सीने में ह्रदय का भान होता है<br />सहे आघात जो हंस कर वही इंसान होता है<br /><br />लगाकर कल्पना के पर उड़ा करते सभी नभ पर<br />शिला से शीश टकरा कर मुझे अभिमान होता है<br /><br />पहचान अगर बन न सकी तेरी तो क्या ग़म<br />कितने ही सितारों का कोई नाम नहीं है<br /><br />मत सोच कि क्या तूने दिया तुझको मिला क्या<br />शायर है जमा-ख़र्च तेरा काम नहीं हैAsha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-85522040263567243232010-09-01T12:00:50.600+05:302010-09-01T12:00:50.600+05:30यहाँ बाल स्वरुप राही जी पर ऐसे आलेख (किताबो की दुन...यहाँ बाल स्वरुप राही जी पर ऐसे आलेख (किताबो की दुनिया के हवाले) हैं.<br />नीरज सर, हम आपके अहसानमंद है कि आपने अन्य पहलुओं पर भी प्रकाश डाला है.<br />किस शेर की बात करूँ.... नमन करता हूँ.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-9347000551465480272010-09-01T11:35:50.471+05:302010-09-01T11:35:50.471+05:30कृपया अपने बहुमूल्य सुझावों और टिप्पणियों से हमारा...कृपया अपने बहुमूल्य सुझावों और टिप्पणियों से हमारा मार्गदर्शन करें:-<br /><a href="http://akelakalam.blogspot.com/2010/08/blog-post_31.html" rel="nofollow">अकेला या अकेली</a>SATYAhttps://www.blogger.com/profile/17480899272176053407noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-1303056238260040412010-09-01T00:48:26.302+05:302010-09-01T00:48:26.302+05:30आदरणीय नीरज जी,
नहीं मालूम कि आप मुझे जानते हैं या...आदरणीय नीरज जी,<br />नहीं मालूम कि आप मुझे जानते हैं या नहीं। लेकिन मैं आपको भली-भांति जानता हूँ। आपकी 'किताबों की दुनिया' की दुनिया में मैं खूब सैर कर चुका हूँ, लगातार करता हूँ। शायरों का आलोचनात्मक परिचय या उनकी परिचयात्मक आलोचना में आप सिद्धहस्त हैं। यह बात तो हर पोस्ट में देखने को मिलती ही है। लेकिन इस बार की पोस्ट में तो आप एक नायब हीरा खोज लाये। खोज लाने का मतलब यह नहीं है कि राही साहब से आपने परिचय करा दिया। उन्हें कौन नहीं जानता। बहुत बड़ा धन्यवाद इसलिए कि आपने इस किताब के बारे में सारी जानकारी मुहैया करा दी। अब मैं भी खरीद सकता हूँ। राही साहब के बारे में क्या कहूं:<br /><br /> एक धागे का साथ देने को<br /> मोम का रोम-रोम जलता है<br /><br /> उसका कुछ तो इलाज करवाओ<br /> उसके व्यवहार में सरलता है<br />ऐसे अशआर कहने वाले शायर के बारे में कुछ भी कहने की क्या ज़रुरत है। अशआर खुद बोलते हैं। बहरहाल, आपको एक बार और धन्यवाद ।डॉ.त्रिमोहन तरलhttps://www.blogger.com/profile/05559939505612385680noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-45358089901055920252010-08-31T21:36:35.851+05:302010-08-31T21:36:35.851+05:30नीरज जी, आदाब
आदरणीय ”बाल स्वरुप राही" साहब क...नीरज जी, आदाब<br />आदरणीय ”बाल स्वरुप राही" साहब की शख़्सियत <br />और कलाम से रूबरू कराने के लिए आपका शुक्रिया<br />क्या लाजवाब शेर दिया है-<br />हम पर दुःख का परबत टूटा तब हमने दो चार कहे<br />उस पे भला क्या बीती होगी जिसने शेर हज़ार कहे<br />वाह...<br />ढूंढ रहे हो गाँव गाँव में जा कर किस सच्चाई को<br />सच तो सिर्फ वही होता है जो दिल्ली दरबार कहे <br />राजनीति पर कितना करारा व्यंग्य है.शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-61820407643630708252010-08-31T18:46:12.470+05:302010-08-31T18:46:12.470+05:30"राही को समझाए कौन"
एक अच्छी किताब से प..."राही को समझाए कौन"<br /><br />एक अच्छी किताब से परिचय करवाया ..... आभार...<br /><br />जिनकी कोशिश है कि कुछ बेहतर करें<br />नाम उनके ही उछाले जायेंगे<br /><br /><br />दुरुस्त ....दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-30542871896322914752010-08-31T13:35:35.696+05:302010-08-31T13:35:35.696+05:30रही साहब का एक एक शेर बेहतरीन लगा ..........एक अच्...रही साहब का एक एक शेर बेहतरीन लगा ..........एक अच्छी पोस्ट उन लोगो के नाम जो शयद कहीं अंधेरों में गम हो गएँ हैं ...............आपका प्रयास सराहनीय है |Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-8332208742531421942010-08-31T12:31:53.133+05:302010-08-31T12:31:53.133+05:30बाल स्वरूप राही को तकरीबन छह साल पहले पढ़ा था ....क...बाल स्वरूप राही को तकरीबन छह साल पहले पढ़ा था ....कुछ शेर डायरी में भी जमा है उनके .......मेरठ से भी एक प्रकाशन ने कुछ गजलो के संग्रह निकाले थे .उनमे से एक राही साहब हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-56510466516111360762010-08-31T09:00:38.038+05:302010-08-31T09:00:38.038+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुतिबहुत अच्छी प्रस्तुतिHindi Tech Guruhttps://www.blogger.com/profile/11460356972077584505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-52732251364852142952010-08-31T04:43:06.415+05:302010-08-31T04:43:06.415+05:30बहुत बढ़िया ! कहने का मन कर रहा है... कुछ तो इलाज ...बहुत बढ़िया ! कहने का मन कर रहा है... कुछ तो इलाज करवाओ बहुत धांसू ब्लोग्गर है :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-74604353744719718432010-08-31T02:26:27.944+05:302010-08-31T02:26:27.944+05:30गज़ब कर डाला..क्या परिचय कराया है,,वाह!! डूब गये स...गज़ब कर डाला..क्या परिचय कराया है,,वाह!! डूब गये साहब:<br /><br /><br />हम पर दुःख का परबत टूटा तब हमने दो चार कहे<br />उस पे भला क्या बीती होगी जिसने शेर हज़ार कहे<br /><br /><br />छा गया यह शेर दिलो दिमाग पर...नोट हो गया. यह किताब तो जरुर हासिल की जायेगी...<br /><br />कुछ पता ठिकाना दिजिये कि कहाँ से मंगाई जाये..Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-66363100362238389762010-08-31T00:44:11.745+05:302010-08-31T00:44:11.745+05:30बुद्धिजीवी फिर इकठ्ठे हो गए
फिर ज़रूरी प्रश्न टाले...बुद्धिजीवी फिर इकठ्ठे हो गए<br />फिर ज़रूरी प्रश्न टाले जायेंगे<br /><br />जिनकी कोशिश है कि कुछ बेहतर करें<br />नाम उनके ही उछाले जायेंगे<br /><br />राही जी से और उनकी पुस्तक से परिचय करवाने के लिए आभार ...आपकी करी हुई समीक्षा बहुत पसंद आती है ....शुक्रियासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-23066773393482567852010-08-30T22:56:32.206+05:302010-08-30T22:56:32.206+05:30kafi achchi lagi.kafi achchi lagi.mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-9063918225464238892010-08-30T22:36:35.307+05:302010-08-30T22:36:35.307+05:30गुरुदेव, आपकी देखमदेख अब ये बच्चा भी एकाध कच्चे शे...गुरुदेव, आपकी देखमदेख अब ये बच्चा भी एकाध कच्चे शे'र कहने लगा है और कहने को तो गज़ल भी लिखी है कच्ची-पक्की। लेकिन आप तो बालक को एकदम से ही भूल गये है कोई गुस्ताखी हो गई बेअदब से शान मे। तीन साल पहले जब ब्लाग की छटी की थी तब आपने ही अपनी टिप्पणी से संस्कार किया था..अब न जाने आप कहाँ बडे-बडे नामो मे खो गये है आप तो बडे है ही लेकिन इस नाचीज़ पर भी आपकी इनायत हो जाए तो मेरे लिए लिखे बोल भी मोगरे की डाली बन जाएं...<br />बच्चे बडे भी तो हो जाते है!<br />आभार सहित <br />आपका स्नेहाकांक्षी<br /><br />डा.अजीत <br />www.shesh-fir.blogspot.com<br />www.monkvibes.blogspot.com<br />www.paramanovigyan.blogspot.comDr.Ajithttps://www.blogger.com/profile/17632123454222628758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-57704778641060568842010-08-30T21:34:53.574+05:302010-08-30T21:34:53.574+05:30बालस्वरूप राही जी को बचपन से पढते रहे हैं..एतना बड़...बालस्वरूप राही जी को बचपन से पढते रहे हैं..एतना बड़ा क़द है इनका कि इनके बिसय में कुछ भी कहना कम से कम हमरे लिए धृष्टता होगा...नीरज जी, आपका चयन है त फिर कहना ही क्या...राही जी को नमन अऊर आपके चयन को सलाम!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-60666079363535280722010-08-30T21:29:31.058+05:302010-08-30T21:29:31.058+05:30वाह नीरज जी आपने तो आज का मेरा दिन सफल कर दिया. अन...वाह नीरज जी आपने तो आज का मेरा दिन सफल कर दिया. अनन्य आभार.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.com