tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post2399267492764616503..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: काश, कौधे नहीं कभी बिजलीनीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-35480993024446560342008-05-11T21:06:00.000+05:302008-05-11T21:06:00.000+05:30लोग पत्थ...लोग पत्थर से ही नहीं होते<BR/>सबकी आंखों में नीर होता है<BR/><BR/>bahut manabhavan neeraj ji bahut abhari hun jo apne rachana sabhi ke liye prastut ki hai .dhanyawaadसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-82127656732636353972008-05-07T08:28:00.000+05:302008-05-07T08:28:00.000+05:30नीरज जी मजा आ गया बढिया रचना थी प्राण जी ने कलमदं...नीरज जी मजा आ गया बढिया रचना थी प्राण जी ने कलमदंश के लिये भी रचनाएं भेजी जिन्हें हमने सादर प्रकाशित किया और अंक भेजा था इस गजल के बहाने वो याद भी ताजा हो गयी उनका नेट संपर्क भेजेंयोगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-12171086864616187092008-05-06T12:21:00.000+05:302008-05-06T12:21:00.000+05:30वैसा ही होता है मिजाज़ उस काजिसका जैसा ज़मीर होता ...वैसा ही होता है मिजाज़ उस का<BR/>जिसका जैसा ज़मीर होता है<BR/>सुभान अल्लाह क्या सादगी से सारी बात कह दी .......डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-31240832996192867372008-05-06T11:41:00.000+05:302008-05-06T11:41:00.000+05:30बहुत सुंदर गजल है. शुक्रिया.बहुत सुंदर गजल है. शुक्रिया.Ghost Busterhttps://www.blogger.com/profile/02298445921360730184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-8974174780731746792008-05-06T05:51:00.000+05:302008-05-06T05:51:00.000+05:30अच्छी लगी प्राण साहब की गजल की यह प्रस्तुति.अच्छी लगी प्राण साहब की गजल की यह प्रस्तुति.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-41924525656006940562008-05-05T18:22:00.000+05:302008-05-05T18:22:00.000+05:30behad sundar rachna padhwane ka shukriya!behad sundar rachna padhwane ka shukriya!Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-3461507332380220192008-05-05T17:28:00.000+05:302008-05-05T17:28:00.000+05:30वैसा ही होता है मिजाज़ उस काजिसका जैसा ज़मीर होता ...वैसा ही होता है मिजाज़ उस का<BR/>जिसका जैसा ज़मीर होता है<BR/>bahut khuub...neeraj ji..hum tak pahunchaaney ka aabhaar...पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-71232528413229950942008-05-05T16:48:00.000+05:302008-05-05T16:48:00.000+05:30बहुत बहुत शुक्रिया नीरज जी, इतनी बढ़िया ग़ज़ल पढ़...बहुत बहुत शुक्रिया नीरज जी, इतनी बढ़िया ग़ज़ल पढ़वाने के लिए. बहुत अच्छे शेर, वाह !<BR/>"काश, कौधे नहीं कभी बिजली<BR/>फूल सा मन अधीर होता है"<BR/>हर शेर बहुत अच्छा है लेकिन ये शेर तो बस ... लाजवाब है.अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-64250735716647686702008-05-05T16:32:00.000+05:302008-05-05T16:32:00.000+05:30ताना हर बात पर नहीं देतेपार दिल के ये तीर होता हैक...ताना हर बात पर नहीं देते<BR/>पार दिल के ये तीर होता है<BR/><BR/>काश, कौधे नहीं कभी बिजली<BR/>फूल सा मन अधीर होता है<BR/><BR/>नीरज जी, इतनी बेहतरीन गज़ल से परिचित कराने का आभार...<BR/><BR/>***राजीव रंजन प्रसादराजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-55949993867271746652008-05-05T15:23:00.000+05:302008-05-05T15:23:00.000+05:30जो भी दिल का अमीर होता है सिर्फ़ उसका ज़मीर होता ह...जो भी दिल का अमीर होता है <BR/>सिर्फ़ उसका ज़मीर होता है <BR/>===================<BR/>न वो भाला, न तीर होता है <BR/>आदमी हो के वो पीर होता है <BR/>===================<BR/>वह किसी नीड़ को न छेड़ेगा <BR/>जिसकी आँखों में नीर होता है<BR/>===================<BR/>प्राण सा दर्द जिसमें ज़िंदा हो <BR/>प्रेम का वह कबीर होता है .<BR/>===================<BR/>शुभकामनाएँ प्राण साहब को <BR/>दिल को छूने वाली ग़ज़ल के लिए <BR/>शुक्रिया आपका नीरज जी दिल से <BR/>चुनी गई इस सौगात की खातिर.<BR/><BR/>आपका<BR/>डा.चंद्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-34678329349461705812008-05-05T14:45:00.000+05:302008-05-05T14:45:00.000+05:30लोग पत्थर से नहीं होतेसबकी आंखों में नीर होता है.क...लोग पत्थर से नहीं होते<BR/>सबकी आंखों में नीर होता है.<BR/><BR/><BR/>क्या बात है !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-31853206178373759922008-05-05T14:29:00.000+05:302008-05-05T14:29:00.000+05:30बहुत दिनों से नदारद था.माफ़ी चाहता हूँ.एक बार फ़िर प...बहुत दिनों से नदारद था.<BR/>माफ़ी चाहता हूँ.<BR/>एक बार फ़िर प्राण साहब कि जबरदस्त और मस्त गजल पढाने के लिए धन्यवाद.<BR/><BR/>उम्मीद है माफ़ी मिल जायेगी.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-13393178470191053872008-05-05T14:09:00.000+05:302008-05-05T14:09:00.000+05:30बहुत बढ़िया गजल है..प्राण साहब की गजलें सरल होती ह...बहुत बढ़िया गजल है..प्राण साहब की गजलें सरल होती हैं, अच्छी होती हैं और मानवीय संवेदनाओं को बखूबी बयान करती हैं.<BR/><BR/>प्राण साहब को धन्यवाद लिखने के लिए और भइया आपको धन्यवाद इसे प्रस्तुत करने के लिए.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.com