tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post2225789986117688418..comments2024-02-28T15:39:34.085+05:30Comments on नीरज: शब्दों के जादूगरनीरज गोस्वामीhttp://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-30505494335214010032008-10-21T17:17:00.000+05:302008-10-21T17:17:00.000+05:30बधाई.बधाई.बधाई.बधाई.<BR/>बधाई.<BR/>बधाई.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-7683838419413545212008-10-14T23:18:00.000+05:302008-10-14T23:18:00.000+05:30इतनी सारी शुभकामनायें, इतना अपनापन और बिखरते हुए श...इतनी सारी शुभकामनायें, इतना अपनापन और बिखरते हुए शब्द हाथ में पकड़े<BR/>व्यस्तताओं से जूझता मैं. यद्यपि मेरा प्रयास होता है कि सभी को व्यक्तिगत <BR/>तौर पर संदेशों के उत्तर लिखूँ. इस बार ऐसा होना संभव प्रतीत नहीं हो रहा है<BR/>इसलिये सभी को सादर प्रणाम सहित आभार व्यक्त कर रहा हूँ. भाई समीरजी, <BR/>पंकज सुबीरजी, सतीश सक्सेनाजी. नीरज गोस्वामी जी, कंचन चौहान जी,<BR/>गौतमजी, रविकान्तजी, मीतजी, राजीव रंजन प्रसादजी, पारुलजी संजय पटेलजी.अभिनव शुक्लजी,स्वातिजी<BR/>पुष्पाजी, मोनिकाजी, रमेशजी, रंजनाजी, रंजूजी, सीमाजी,अविनाशजी,फ़ुरसतियाजी,<BR/>लवलीजी,अजितजी,योगेन्द्रजी,पल्लवीजी,लावण्यजी,शारजी,संगीताजी,अनुरागजी,मोहनजी,<BR/>तथा अन्य सभी मेरे मित्रों और अग्रजों को अपने किंचित शब्द भेंट कर रहा हूँ<BR/><BR/>मन को विह्वल किया आज अनुराग ने<BR/>सनसनी सी शिरा में विचरने लगी<BR/>डबडबाई हुई हर्ष अतिरेक से<BR/>दॄष्टि में बिजलियाँ सी चमकने लगीं<BR/>रोमकूपों में संचार कुछ यूँ हुआ<BR/>थरथराने लगा मेरा सारा बदन<BR/>शुक्रिया लिख सकूँ, ये न संभव हुआ<BR/>लेखनी हाथ में से फ़िसलने लगी<BR/><BR/>आपने जो लिखा उसको पढ़, सोचता<BR/>रह गया भाग्यशाली भला कौन है<BR/>आपके मन के आकर निकट है खड़ा<BR/>बात करता हुआ, ओढ़ कर मौन है<BR/>नाम देखा जो अपना सा मुझको लगा<BR/>जो पढ़ा , टूट सारा भरम तब गया<BR/>शब्द साधक कोई और है, मैं नहीं<BR/>पूर्ण वह, मेरा अस्तित्व तो गौण है<BR/><BR/>जानता मैं नहीं कौन हूँ मैं, स्वयं<BR/>घाटियों में घुली एक आवाज़ हूँ<BR/>उंगलिया थक गईं छेड़ते छेड़ते<BR/>पर न झंकॄत हुआ, मैं वही साज हूँ<BR/>अधखुले होंठ पर जो तड़प, रह गई<BR/>अनकही, एक मैं हूँ अधूरी गज़ल<BR/>डूब कर भाव में, पार पा न सका<BR/>रह गया अनखुला, एक वह राज हूँ<BR/><BR/>आप हैं ज्योत्सना, वर्त्तिका आप हैं,<BR/>मैं तले दीप के एक परछाईं हूँ<BR/>घिर रहे थाप के अनवरत शोर में<BR/>रह गई मौन जो एक शहनाई हूँ<BR/>आप पारस हैं, बस आपके स्पर्श ने<BR/>एक पत्थर छुआ और प्रतिमा बनी<BR/>आपके स्नेह की गंध की छाँह में<BR/>जो सुवासित हुई, मैं वो अरुणाई हूँ.<BR/><BR/>सादर<BR/><BR/>राकेश खंडेलवालराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-67095246050734930672008-10-14T03:39:00.000+05:302008-10-14T03:39:00.000+05:30परिचय और जानकारी के लिए आभार.परिचय और जानकारी के लिए आभार.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-11798144800974145782008-10-13T22:07:00.000+05:302008-10-13T22:07:00.000+05:30नीरज जी आप बिलकुल सही कह रहे कि जिनसे हमारा व्यक्त...नीरज जी आप बिलकुल सही कह रहे कि जिनसे हमारा व्यक्तिगत परिचय होता है हम सभी को अच्छे से नही जानते है। मिले बिना भी कभी कभी कोई अपना लगने लगता है।PREETI BARTHWALhttps://www.blogger.com/profile/07147371640692507101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-75494173754943924632008-10-13T16:18:00.000+05:302008-10-13T16:18:00.000+05:30हार्दिक शुभकामनाएं राकेश जी को......आपको दशहरे की ...हार्दिक शुभकामनाएं राकेश जी को......आपको दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएं !arthttps://www.blogger.com/profile/12939686404150553798noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-45161506998526573352008-10-11T20:31:00.000+05:302008-10-11T20:31:00.000+05:30जानकारी के लिये आभार!राकेश जी को बधाई!जानकारी के लिये आभार!<BR/>राकेश जी को बधाई!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-54187881948927834682008-10-11T16:55:00.000+05:302008-10-11T16:55:00.000+05:30बहुत अच्छा लिखा है नीरज भाई !बहुत अच्छा लिखा है नीरज भाई !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-80698603664295531552008-10-11T08:55:00.000+05:302008-10-11T08:55:00.000+05:30...आपने कुछ इस तरह से तारिफ की है कि जाने कितने दि......आपने कुछ इस तरह से तारिफ की है कि जाने कितने दिनों तक नशे में रहने वाला हूँ नीरज जी.बस आपलोगों का आशिर्वाद बनें रहने दें...गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-74202891430526486352008-10-11T02:03:00.000+05:302008-10-11T02:03:00.000+05:30Mere jeevan me Neeran Naam ka bahut mahtva raha ha...Mere jeevan me Neeran Naam ka bahut mahtva raha hai, maine kavita samjhani, padhani aur man ke bhavon ko sabdon me likhana Mahan kavi Gopal Das "Niraj" ji se sikhi hai...aur ab mere jeevn me ek aur Niraj ka Prabhav pad raha hai, mai aap se sikh raha hoon ki kaise bate sahi dhang se prastut ki jaati hai, kahi jati hai....<BR/>Aadradiy rakesh ji ko badhi aur sath me aap ko bhi...<BR/><BR/>Aapke sneh ka aakanchhi..<BR/>DeveshDevhttps://www.blogger.com/profile/07812679922792587696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-8889791867563279962008-10-10T23:37:00.000+05:302008-10-10T23:37:00.000+05:30ब्लॉग में साहित्य के प्रति रूझान पैदा करने के ...ब्लॉग में साहित्य के प्रति रूझान पैदा करने के लिए आपका शुक्रिया। उपयोगी जानकारी।जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-84118123276296363912008-10-10T21:47:00.000+05:302008-10-10T21:47:00.000+05:30एक जादूगर दूसरे जादूगर के बारे में लिखे ...ऐसा लगत...एक जादूगर दूसरे जादूगर के बारे में लिखे ...ऐसा लगता हो जैसे दो आईने आमने-सामने रख दिये गये हों ।रविकांत पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/14687072907399296450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-80754132536078814632008-10-10T18:04:00.000+05:302008-10-10T18:04:00.000+05:30असाधारण एवं विलक्षण राकेश जी को बधाईऔर आपको इस प्र...असाधारण एवं विलक्षण राकेश जी को बधाई<BR/>और आपको इस प्रस्तुति के लिये बधाईयोगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-33593504373062985792008-10-10T13:47:00.000+05:302008-10-10T13:47:00.000+05:30Parul ki tarah ब्लॉग पर इतने उच्च स्तर की काव्य रच...Parul ki tarah <BR/><BR/>ब्लॉग पर इतने उच्च स्तर की काव्य रचनाएँ अन्यत्र मिलनी असंभव हैं. <BR/><BR/>is se purna sahamat hu.nकंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-69791681854006062992008-10-10T13:11:00.000+05:302008-10-10T13:11:00.000+05:30बहुत उपयोगी जानकारी दी है. आभारबहुत उपयोगी जानकारी दी है. आभारज़ाकिर हुसैनhttps://www.blogger.com/profile/14153966464681275532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-35616430723784226802008-10-10T12:04:00.000+05:302008-10-10T12:04:00.000+05:30"heartiest congrates and good luck to Mr rakesh je..."heartiest congrates and good luck to Mr rakesh jee for publishing his book, and thanks for sharing with us..'<BR/><BR/>regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-20228047036190645082008-10-10T08:04:00.000+05:302008-10-10T08:04:00.000+05:30आदरणीय राकेश जी को बधाई. आप का शुक्रिया. और हर कि...आदरणीय राकेश जी को बधाई. आप का शुक्रिया. और हर किसी को विजयदशमी की शुभकामनाएं.अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-71374665824270755002008-10-10T01:13:00.000+05:302008-10-10T01:13:00.000+05:30इतनी तारीफ़, तब तो हम चले पंकज की ढूंढने , भई, अपनी...इतनी तारीफ़, तब तो हम चले पंकज की ढूंढने , भई, अपनी कॉपी भी तो बुक करवानी है न कहीं उसके पहले ही खत्म हो गयी तो, क्या कहा, आप बता देगें पंकज जी को, थैंक्यु, थैंक्यु।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-84936975492324376242008-10-09T22:39:00.000+05:302008-10-09T22:39:00.000+05:30अच्छी जानकारी दी आपने...ज़रूर पढेंगे ये किताब!दशहर...अच्छी जानकारी दी आपने...ज़रूर पढेंगे ये किताब!दशहरे की शुभकामनाएं.....pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-23915854875086960522008-10-09T21:30:00.000+05:302008-10-09T21:30:00.000+05:30हमारे कविराज राकेश जी को पुस्तक प्रकाशन पर बशाई और...हमारे कविराज राकेश जी को पुस्तक प्रकाशन पर बशाई और आप दोनोँ को विजया दशमी की शुभकामनाएँ भेज रही हूँ ........<BR/>स स्नेह्,<BR/>लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-82869430345869222462008-10-09T19:50:00.000+05:302008-10-09T19:50:00.000+05:30हार्दिक शुभकामनाएं राकेश जी को. और शुक्रिया आप का...हार्दिक शुभकामनाएं राकेश जी को. और शुक्रिया आप का इस पोस्ट के लिए.अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-33862938215008697992008-10-09T15:58:00.000+05:302008-10-09T15:58:00.000+05:30एक शब्दों के जादूगर का दूसरे जादूगर के बारे में बा...एक शब्दों के जादूगर का दूसरे जादूगर के बारे में बातों बातों में सारी बात कह देना.<BR/>मुझे इंतज़ार है उनकी पुस्तक का.Ankithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-20838995410464112022008-10-09T15:52:00.000+05:302008-10-09T15:52:00.000+05:30एक कवि की दूसरे कवि से यह वार्ता! आपका लिखा पढ़ना अ...एक कवि की दूसरे कवि से यह वार्ता! आपका लिखा पढ़ना अच्छा लगा।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-72845363226418960172008-10-09T15:15:00.000+05:302008-10-09T15:15:00.000+05:30राकेश जी के बारे में नीरज जी लिख रहे हैं तो फिर मं...राकेश जी के बारे में नीरज जी लिख रहे हैं तो फिर मंत्रमुग्ध होकर पढ़ने के इलावा किया ही क्या जा सकता है ।पंकज सुबीरhttps://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-70334424345015078282008-10-09T15:10:00.000+05:302008-10-09T15:10:00.000+05:30बिल्कुल सही कहा-काव्य प्रेमियों को यह पुस्तक जरुर ...बिल्कुल सही कहा-काव्य प्रेमियों को यह पुस्तक जरुर खरीदना चाहिये.<BR/><BR/>आपके द्वारा किए टिप्पणी निवेदन को आदेश मानते हुए आपकी शुभकामनाऐ राकेश जी तक पहुँचा दूँगा. :०<BR/><BR/>विजयादशमी की शुभकामनाऐं.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6207361069321453067.post-17023882093184405112008-10-09T13:37:00.000+05:302008-10-09T13:37:00.000+05:30ब्लॉग पर इतने उच्च स्तर की काव्य रचनाएँ अन्यत्र मि...ब्लॉग पर इतने उच्च स्तर की काव्य रचनाएँ अन्यत्र मिलनी असंभव हैं...puurn sahmati meri bhiiपारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.com